धामी सरकार में अब इसी माह प्रशासनिक फेरबदल की संभावना है। वरिष्ठ नौकरशाह आनंद बर्द्धन के मुख्य सचिव बनने के बाद उनके विभागों का आवंटन अन्य वरिष्ठ नौकरशाहों को दिया जा सकता है। तीन प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, एल फैनई और आर मीनाक्षी सुंदरम शासन में तैनात हैं।
प्रशासनिक व्यवस्था के नए मुखिया की तैनाती के बाद अब धामी सरकार में प्रशासनिक फेरबदल की संभावना है। शासन में तैनात वरिष्ठ नौकरशाहों के प्रभारों में बदलाव हो सकता है। मुख्यमंत्री इसी महीने प्रशासनिक फेरबदल को अंजाम दे सकते हैं। इस फेरबदल में कुछ जिलाधिकारियों को भी इधर से उधर किया जा सकता है।
नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत के साथ ही धामी सरकार अब प्रशासनिक फेरबदल को अंजाम देगी। वरिष्ठ नौकरशाह आनंद बर्द्धन के मुख्य सचिव बनने के बाद उनके विभागों का आवंटन अन्य वरिष्ठ नौकरशाहों को दिया जा सकता है। तीन प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, एल फैनई और आर मीनाक्षी सुंदरम शासन में तैनात हैं।
बर्धन के सीएस बनने से खाली हुए उनके प्रमुख प्रभारों का बंटवारा इन तीनों प्रमुख सचिवों के बीच हो सकता है। इनके अलावा शासन में तैनात सचिवों को भी नई जिम्मेदारी दी जा सकती है। अपर सचिव से सचिव पद पदोन्नत हुए उन नौकरशाहों को कुछ प्रमुख विभाग मिल सकते हैं, जो अभी एक या दो प्रभार देख रहे हैं।
अपर सचिव स्तर पर भी कुछ अधिकारियों के प्रभार बदले जा सकते हैं। शासन के अलावा कुछ जिलों में जिलाधिकारियों को बदले जाने की चर्चाएं गर्म हैं। माना जा रहा है कि गढ़वाल और कुमाऊं के दो-दो जिलों के जिलाधिकारियों को इधर से उधर किया जा सकता है। अगले महीने चूंकि पंचायत चुनाव की घोषणा हो सकती है। इसलिए बड़ा प्रशासनिक फेरबदल पंचायत चुनाव से पहले इसी महीने होने की संभावना है।
उत्तराखंड के नए मुख्य सचिव आईएएस अधिकारी आनंद बर्द्धन को बनाया गया हैं। आनंद बर्द्धन एक अप्रैल को पदभार ग्रहण करेंगे।
प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आनंद बर्द्धन को उत्तराखंड का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। राज्य सरकार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। आनंद बर्द्धन एक अप्रैल को पदभार ग्रहण करेंगे।
बता दें कि, बर्द्धन 1992 बैच के अधिकारी हैं। उत्तराखंड की नौकरशाही में बर्द्धन वर्तमान में सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं।
वित्तीय वर्ष 2024-25 की समाप्ति के दृष्टिगत् विभाग हेतु निर्धारित राजस्व लक्ष्यों की प्राप्ति, विभागीय कार्यहित में कार्यों के समयबद्ध निस्तारण एवं बजट सम्बन्धी कार्यों के संपादन हेतु दिनांक 30.03.2025 (रविवार) को अन्य कार्यदिवसों की भाँति कार्यालय महानिरीक्षक निबंधन, उत्तराखण्ड, देहरादून सहित उत्तराखण्ड राज्य में अवस्थित स्टाम्प एवं निबंधन विभाग के समस्त कार्यालय खुले रहेंगे।
जाखणीधार की ब्लॉक प्रशासक और विधायक प्रतिनिधि व पूर्व ब्लॉक प्रमुख जगदंबा रतूड़ी ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए सरकारी स्टॉलों का किया निरीक्षण
सेवा,सुशासन और विकास के तीन वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में विकासखंड जाखणीधार के पीएम श्री राजकीय इंटर कॉलेज जाखणीधार में आयोजित बहुउद्देशीय और चिकित्सा शिविर में ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं से लाभान्वित किया गया। ग्रामीणों को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट से लेकर बीज,खाद्य से लेकर स्वास्थ्य जांच भी की गई।
शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में जाखणीधार की ब्लॉक प्रशासक और विधायक प्रतिनिधि व पूर्व ब्लॉक प्रमुख जगदंबा रतूड़ी ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए सरकारी स्टॉलों का निरीक्षण किया।
उन्होंने कहा कि सरकार ने कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाने के उद्देश्य से इस तरह के शिविर लगा रही है। कहा कि सरकारी कार्यक्रमों का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार होना चाहिए। कहा कि प्रदेश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के तीन साल में समान नागरिक संहिता,सख्त भू-कानून,नकल विरोधी कानून,महिलाओं,राज्य आंदोलनकारियों को सरकारी नौकरी में आरक्षण देने का प्रावधान किया है। इस मौके पर खंड विकास अधिकारी रोशन लाल,निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य विनोद बिष्ट,नवाकोट के ग्राम प्रशासक भगवती रतूड़ी,सीताराम भट्ट,विजय हटवाल,लक्की सेनवाल,अजय पेटवाल,राम दयाल रतूड़ी,बाल विकास की रजनी भट्ट,दीपिका तिवारी,संगीता रतूड़ी आदि मौजूद थे।
देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर सोमवार सुबह एक भयानक हादसा हुआ। लच्छीवाला टोल प्लाजा पर एक बेकाबू डंपर ने तीन कारों को जोरदार टक्कर मार दी। इसके बाद यह खंभे से टकरा गया। हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
सोमवार सुबह देहरादून-हरिद्वार की ओर जा रहे डंपर (UK18CA6636) का लच्छीवाला टोल प्लाजा के पास ब्रेक फेल हो गया। डंपर ने अनियंत्रित होकर 03 वाहनों को क्षतिग्रस्त कर टोल प्लाजा के पोल से टकरा गया। डंपर की चपेट में आने से 02 वाहन आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए और एक वाहन (UK07AF2506) डंपर और पोल के बीच फंसकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
इस कार में बैठे 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने मृतकों के शवों को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला और मोर्चरी में भिजवाया गया। मृतको में से एक व्यक्ति की पहचान रतनमणि उनियाल निवासी इंद्रप्रस्थ एनक्लेव रायपुर देहरादून के रूप में हुई है। दूसरे मृतक के पास से पंकज कुमार पुत्र किशोरी लाल पवार के नाम का पहचान पत्र मिला है, जिसकी शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस ने डंपर चालक को हिरासत में ले लिया है।
PREVUttarakhand Politics: उत्तराखंड में इन दिनों राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद कैबिनेट विस्तार की चर्चाएं जोरों पर हैं. इसके साथ ही प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष को बदलने को लेकर भी सियासी अटकलें लगाई जा रही हैं. इन दोनों अहम फैसलों पर प्रदेशभर की नजरें दिल्ली पर टिकी हुई हैं, जहां बीजेपी हाईकमान इस पर मंथन कर रहा है
उत्तराखंड सरकार में इस समय कैबिनेट के पांच पद खाली हैं. राज्य में कुल 12 मंत्री बनाए जा सकते हैं, लेकिन वर्तमान में केवल सात मंत्री ही कार्यरत हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पास अकेले 50 से अधिक विभागों की जिम्मेदारी है, जिससे मंत्रिमंडल विस्तार की आवश्यकता महसूस की जा रही है.
कैबिनेट विस्तार की चर्चाओं के बीच कुछ मौजूदा मंत्रियों के हटने की भी संभावनाएं जताई जा रही हैं. माना जा रहा है कि हाईकमान मंत्रिमंडल में युवा और नए चेहरों को मौका दे सकता है. इसके लिए मुख्यमंत्री धामी खुद दिल्ली जाकर हाईकमान से मुलाकात कर चुके हैं
कैबिनेट विस्तार की चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री धामी के साथ कई विधायकों को भी दिल्ली बुलाया गया. इनमें केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल, हरिद्वार जिले की रानीपुर विधानसभा सीट से विधायक आदेश चौहान, रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा, देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी, धनौल्टी विधायक प्रीतम पंवार, राजपुर रोड विधायक खजान दास, गदरपुर विधायक अरविंद पांडेय और रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा शामिल हैं. इन नेताओं ने दिल्ली में बीजेपी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम से मुलाकात की.
विधायकों का दिल्ली दौरा यह संकेत दे रहा है कि कैबिनेट विस्तार जल्द ही हो सकता है और पार्टी कुछ नए चेहरों को मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंप सकती हैकैबिनेट विस्तार के साथ ही उत्तराखंड में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को बदले जाने की भी चर्चाएं जोरों पर हैं. वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट राज्यसभा सांसद बनने के बाद नई जिम्मेदारियों में व्यस्त हैं. ऐसे में प्रदेश बीजेपी की कमान किसी नए नेता को सौंपे जाने की संभावना जताई जा रही है.
इस पद के लिए कई नाम चर्चा में हैं, जिनमें हरिद्वार से विधायक आदेश चौहान, रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा, खजान दास और धनौल्टी विधायक प्रीतम पंवार के नाम शामिल हैं. हालांकि, अंतिम फैसला दिल्ली में बीजेपी हाईकमान को लेना है
कैबिनेट विस्तार और प्रदेश अध्यक्ष बदलने को लेकर प्रदेश के बीजेपी नेताओं की धड़कनें तेज हो गई हैं. सभी की नजरें दिल्ली हाईकमान के फैसले पर टिकी हुई हैं. माना जा रहा है कि हाईकमान जल्द ही इस पर अंतिम निर्णय ले सकता है.राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कैबिनेट विस्तार में युवा चेहरों को मौका मिलने की संभावना है, जबकि प्रदेश अध्यक्ष पद पर भी किसी नए चेहरे की ताजपोशी हो सकती हैउत्तराखंड में कैबिनेट विस्तार और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष को बदलने की अटकलों से सियासी पारा चढ़ा हुआ है. मुख्यमंत्री धामी और विधायकों का दिल्ली दौरा इस बात का संकेत है कि जल्द ही बड़े फैसले हो सकते हैं. प्रदेशभर के नेताओं की निगाहें बीजेपी हाईकमान पर टिकी हैं, जो आने वाले दिनों में राज्य की सियासत का रुख तय करेगा.
पिछले सीजन की उपविजेता सनराइजर्स हैदराबाद ने अपने घरेलू मैदान पर राजस्थान रॉयल्स को हराकर जीत से शुरुआत की है। हैदराबाद ने इस मैच में बल्ले के बाद गेंद से भी अच्छा प्रदर्शन किया और अपने पहले ही मैच में प्रभाव छोड़ा।
सनराइजर्स हैदराबाद ने राजस्थान रॉयल्स को 44 रनों से हराकर आईपीएल 2025 सीजन की जीत से शुरुआत की है। हैदराबाद ने ईशान किशन और ट्रेविस हेड की शानदार पारी के दम पर 20 ओवर में छह विकेट पर 286 रन बनाए थे जो इस टूर्नामेंट का दूसरा सर्वोच्च टोटल है। जवाब में संजू सैमसन और ध्रुव जुरेल ने अच्छी साझेदारी निभाई, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके। राजस्थान की टीम निर्धारित ओवर में छह विकेट पर 242 रन ही बना सकी और उसे हार का सामना करना पड़ा।
लक्ष्य का पीछा करते हुए राजस्थान की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और उसने 50 रन के स्कोर पर तीन विकेट गंवा दिए थे। सैमसन जो इस मैच में इंपैक्ट प्लेयर के तौर पर खेलने उतरे, उन्होंने जुरेल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 111 रन जोड़े और टीम को मुश्किल से उबारा। सैमसन और जुरेल जब बल्लेबाजी कर रहे थे तो लग रहा था कि राजस्थान आईपीएल इतिहास का सबसे सफल रन चेज कर सकती है, लेकिन सैमसन के आउट होते ही यह साझेदारी टूट गई। सैमसन के पवेलियन लौटने के बाद जुरेल भी अपना विकेट गंवा बैठे। अंत में शिमरॉन हेत्मायर और शुभम दुबे ने कुछ कोशिश की, लेकिन टीम लक्ष्य हासिल नहीं कर सकी।
राजस्थान के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने सबसे ज्यादा 35 गेंदों पर पांच चौकों और छह छक्कों की मदद से 70 रन बनाए। वहीं, सैमसन ने 37 गेंदों पर सात चौकों और चार छक्कों के सहारे 66 रन बनाए। हेत्मायर ने 23 गेंदों पर एक चौका और चार छक्के की मदद से 42 रन बनाए, जबकि शुभम 11 गेंदों पर एक चौका और चार छक्के की मदद से 34 रन बनाकर नाबाद लौटे। राजस्थान की ओर से नीतीश राणा ने 11, कप्तान रियान पराग ने चार, यशस्वी जायसवाल ने 1 और जोफ्रा आर्चर ने नाबाद एक रन बनाए। सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से सिमरनजीत सिंह और हर्षल पटेल को दो-दो विकेट मिले, जबकि मोहम्मद शमी और एडम जैम्पा ने एक-एक विकेट लिया।
शिमरॉन हेत्मायर और शुभम दुबे की शानदार बल्लेबाजी की मदद से राजस्थान रॉयल्स का स्कोर 200 रन के पार पहुंच गया है। राजस्थान ने 18 ओवर की समाप्ति तक पांच विकेट पर 217 रन बना लिए हैं। राजस्थान को जीत के लिए हालांकि, अभी 12 गेंदों पर 70 रन और बनाने हैं
सैमसन के आउट होने के कुछ देर बाद ही ध्रुव जुरेल भी पवेलियन लौट गए हैं। जुरेल और सैमसन ने शतकीय साझेदारी कर राजस्थान को संभाला था, लेकिन पहले हर्षल ने सैमसन को आउट किया और फिर एडम जैम्पा ने जुरेल को पवेलियन भेजा। राजस्थान ने इस तरह पांच विकेट गंवा दिए हैं।
हर्षल पटेल ने संजू सैमसन को आउट कर राजस्थान रॉयल्स को चौथा झटका दिया है। सैमसन अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन विकेट के पीछे हेनरिच क्लासेन को कैच थमाकर आउट हो गए। सैमसन ने 37 गेंदों पर सात चौकों और चार छक्के की मदद से 66 रन बनाए। उन्होंने जुरेल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 111 रन जोड़े, लेकिन हर्षल ने इस साझेदारी को तोड़ा।
संजू सैमसन के बाद ध्रुव जुरेल ने भी अर्धशतक जड़ दिया है। जुरेल ने 28 गेंदों पर पचासा पूरा किया। उन्होंने छक्के के साथ अर्धशतक पूरा किया। जुरेल और सैमसन ने मिलकर राजस्थान की पारी को संभाल लिया है और दोनों बल्लेबाजों के बीच चौथे विकेट के लिए 80+ रनों की साझेदारी पूरी हो चुकी है।
इंपैक्ट प्लेयर के तौर पर खेलने उतरे संजू सैमसन ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी करते हुए 26 गेंदों पर अर्धशतक जड़ दिया है। शुरुआती झटकों के बाद सैमसन ने ध्रुव जुरेल के साथ मिलकर राजस्थान की पारी को संभाला। इन दोनों बल्लेबाजों के बीच चौथे विकेट के लिए 50+ रनों की साझेदारी पूरी हो चुकी है।
देहरादून: उत्तराखंड की धामी सरकार लगातार शिक्षा में महत्वपूर्ण फैसले ले रही है। इसी बीच अब खबर सामने आई है कि राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को हाईटेक बनाया जाएगा। जिसकी शुरूआत अप्रैल-मई महीने से की जाएगी। सबसे पहले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन दिया जाएगा। उसके बाद उन्होंने बकायदा तकनीकी तौर पर प्रशिक्षित किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि अप्रैल में सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन दिया जाएगा। मई में पोषण ट्रैकर ऐप का उपयोग कैसे किया जाना है। इसका प्रशिक्षण प्रत्येक जिले में दिया जाएगा। एप और फोन से संबंधित तकनीकी समस्या आने पर उसके समाधान के लिए हर जिले में सर्विस सेंटर स्थापित किया जाएगा।
सुदूर पहाड़ी क्षेत्रों की आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को तकनीकी सहायता देने के लिए विशेष तरह की व्यवस्था की गई है। उनके लिए टोल फ्री नंबर उपलब्ध कराया जाएगा। बताया जा रहा है कि प्रदेश की 20 हजार से ज्यादा आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन देने का टेंडर फाइनल हो गया है।
बता दें कि पोषण ट्रैकर एप के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों की हर एक छोटी बड़ी गतिविधियों की लाइव ट्रैकिंग की जा सकेगी। सुदूर पहाड़ी क्षेत्रों के आंगनबाड़ी केंद्र के सफल संचालन में यह एप कारगार साबित होगा। दिन भर की गतिविधियां और उपस्थिति, अनुपस्थिति के बारे में आसानी से जानकारी मिल जाएगी। राज्य सरकार का उद्देश्य आंगनबाड़ी केंद्रों की गतिविधियों को पारदर्शी बनाना है। जिसको ध्यान में रखते हुए इस एप को बनाया गया है।
उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा मार्गों पर स्वच्छता अभियान शुरू किया है, जिससे तीर्थयात्रियों और आम जनता के लिए स्वच्छ और सुरक्षित भोजन सुनिश्चित हो सके। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की तैनाती के साथ, यात्रा मार्गों पर होटल, ढाबा, रेस्टोरेंट और खाद्य विक्रेताओं की नियमित जांच की जाएगी। मिलावट पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी और सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाएगा।उत्तराखंड सरकार ने खाद्य मिलावट के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है और तीर्थयात्रियों और आम जनता के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता वाला भोजन सुनिश्चित करने के लिए चार धाम यात्रा मार्गों पर स्वच्छता अभियान शुरू कर दिया है। खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन विभाग के आयुक्त आर राजेश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने चार धाम यात्रा और पर्यटन स्थलों पर खाद्य सुरक्षा बनाए रखने के लिए एक विशेष कार्य योजना तैयार की है।
नियमित रूप से होगी जांच
हरिद्वार, नैनीताल, देहरादून, टिहरी और ऊधमसिंह नगर जैसे जिलों में स्थायी खाद्य सुरक्षा अधिकारी तैनात किए गए हैं। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जैसे अन्य जिलों से अतिरिक्त अधिकारी तैनात किए जाएंगे साथ ही यात्रा मार्गों और प्रमुख तीर्थ स्थलों पर होटल, ढाबा, रेस्टोरेंट, मिठाई विक्रेता और खाद्य विक्रेताओं की नियमित रूप से जांच की जाएगी। हाईवे और यात्रा मार्गों पर मोबाइल टेस्टिंग लैब के जरिए खाद्य सुरक्षा टीमें तैनात की जाएंगी।
दूध से बने उत्पाद, मसाले, तेल, आटा, मैदा, मिठाई, शीतल पेय और पैक्ड फूड जैसे उत्पादों की प्रयोगशाला में जांच की जाएगी। मिलावट पाए जाने पर एफएसएसएआई एक्ट 2006 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बिना लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन के खाद्य कारोबार करने वालों पर सीधी कार्रवाई की जाएगी। खाद्य कारोबारियों को स्वच्छता और गुणवत्ता बनाए रखने के विशेष निर्देश दिए गए हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाएगा। यात्रा मार्गों पर गीले और सूखे कचरे के लिए अलग-अलग डस्टबिन अनिवार्य किए जाएंगे। होटल, ढाबों और रेस्टोरेंट में सख्त कचरा प्रबंधन नियम लागू होंगे।
देहरादून: उत्तराखंड के गांवों में स्थित कई विद्यालयों में छात्रों की संख्या बेहद कम कम हो रही है। ऐसी स्तिथि में सरकार विद्यालयों को बंद करवा रही है। उत्तराखंड के 23 माध्यमिक विद्यालयों में छात्र संख्या शून्य होने एवं विद्यालय विलय किए जाने से बंद कर दिए गए हैं।
शिक्षा मंत्री डॉ। धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश के गांवों में बच्चों की संख्या बढ़ने पर क्षेत्र के किसी भी विद्यालय को बंद नहीं किया जाएगा। उत्तराखंड में वर्तमान समय के तीन हजार प्राथमिक विद्यालय बंद होने की कगार पर हैं। इन विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की संख्या 10 या फिर इससे भी कम रह गई है। शिक्षा विभाग का यह हाल तब है जब विभाग में दस हजार करोड़ से अधिक का बजट है।
उत्तराखंड में पिछले तीन सालों में जिन जिलों में माध्यमिक विद्यालयों को बंद किया गया है, उनमें चमोली, टिहरी गढ़वाल , पौड़ी गढ़वाल, ऊधमसिंह नगर, देहरादून, और नैनीताल जिले शामिल हैं। इनमें कई माध्यमिक विद्यालयों में छात्र संख्या शून्य होने के कारण उन्हें बंद कर दिया गया। प्रदेश में केवल 11 इंटर कालेज ऐसे हैं, जिनमें छात्रों की संख्या एक हजार से अधिक है। इसके विपरीत, प्रदेश में 1108 इंटर कालेज ऐसे हैं जिनमें छात्रों की संख्या 500 से कम है।
सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड सरकार द्वारा आईफोन और अन्य सामान खरीदने के लिए कंपनसेटरी डिफोरेस्टेशन फंड मैनेजमेंट एंड प्लानिंग ऑथॉरिटी के कथित दुरुपयोग से संबंधित मामले का सुप्रीम कोर्ट ने निपटारा कर दिया है. जस्टिस सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली पीठ ने उत्तराखंड के मुख्य सचिव की ओर से दी गई दलील को सुनने के बाद मुकदमे को बंद करने का आदेश दिया है. मुख्य सचिव ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर कहा कि गतिविधियों पर खर्च की गई राशि कुल निधि 753.56 करोड़ रुपये फंड्स में से केवल 1.8 प्रतिशत राशि का इस्तेमाल गैर-स्वीकृत गतिविधियों में किया गया था.
राज्य सरकार ने कोर्ट को आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी कोई विचलन नहीं होगी और केंद्र द्वारा ब्याज दर अधिसूचित होने पर उपयोग की गई राशि को ब्याज सहित वापस किया जाएगा. साथ ही दोषी अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू की गई है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कार्बेट टाइगर रिजर्व में अवैध निर्माण के मामले में भारतीय वन.सेवा और वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ जांच की धीमी गति पर असंतोष व्यक्त किया है. कोर्ट ने पाया कि राज्य सरकार ने वन रेंजर्स के खिलाफ तो कार्रवाई की है, लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ जांच धीमी गति से चल रही है.कोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि सभी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही तीन महीने के भीतर पूरा करने को कहा है. कैग की एक रिपोर्ट के अनुसार वनरोपण के लिए निर्धारित कैम्पा फंड का कथित तौर पर आईफोन, लैपटॉप, फ्रिज की खरीद और इमारतों के जीर्णोद्धार सहित अस्वीकार्य खर्चो के लिए इस्तेमाल किया गया. कैग रिपोर्ट में 2019-2022 तक कैम्पा फंड के दुरुपयोग का जिक्र है. इसमें कई वित्तीय अनियमितताएं सामने आई है. कैग रिपोर्ट के मुताबिक इस फंड का इस्तेमाल कोर्ट केस लड़ने और निजी खर्चो के अलावा आईफोन, लैपटॉप, फ्रिज, कूलर और ऑफिस रेनोवेशन के लिए भी किया गया.
टिहरी पुलिस ने साइबर ठगों के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए सुरक्षित बंसल नामक ठग को लखनऊ, उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है। यह अपराधी कस्टम अधिकारी बनकर लोगों से ठगी करता था और ऑनलाइन माध्यम से लाखों की रकम ऐंठ चुका था।
मामला तब सामने आया जब त्रिप्ति डंजी, निवासी ब्रह्मपुरी, मुनिकीरेती, टिहरी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि एक अज्ञात व्यक्ति ने खुद को कस्टम अधिकारी बताकर उनसे ₹5.60 लाख की ठगी कर ली। इस शिकायत के आधार पर थाना मुनिकीरेती में मुकदमा संख्या 12/2025 पंजीकृत किया गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, टिहरी ने तत्काल साइबर पुलिस को जांच सौंपते हुए एक विशेष टीम का गठन किया।
तकनीकी जांच और आरोपियों का पता
साइबर पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेजों और बैंक ट्रांजेक्शन का विश्लेषण कर ठग का सुराग निकाला। जांच में पता चला कि ठगी की गई रकम सुरक्षित बंसल के बैंक खाते में जमा की गई थी।
पुलिस को यह भी पता चला कि सुरक्षित बंसल का नाम अन्य 19 से अधिक साइबर धोखाधड़ी की शिकायतों में शामिल है। इतना ही नहीं, सितंबर महीने में इसके बैंक खाते से ₹1.93 करोड़ से अधिक का लेन-देन हुआ, जिससे यह साफ हो गया कि वह ठगी से मिली रकम को अन्य खातों में ट्रांसफर कर और शेयर बाजार में निवेश कर रहा था।
गिरफ्तारी और बरामदगी
19 मार्च 2025 को साइबर पुलिस टीम ने लखनऊ के चंद्रशेखर आज़ाद सिंह चौराहे पर दबिश देकर सुरक्षित बंसल को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से
✔ 1 मोबाइल फोन
✔ 2 सिम कार्ड बरामद किए गए।
पुलिस जल्द ही इस गिरोह के अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार करने की तैयारी में है।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस कार्रवाई में साइबर पुलिस शाखा के SI कुलवंत जलाल, कानि. मयंक बलुनी और कानि. संतोष कुमार की अहम भूमिका रही।
आम जनता के लिए सतर्कता संदेश
साइबर पुलिस ने लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है और कहा है कि किसी भी संदिग्ध कॉल, ईमेल या मैसेज के जरिए मांगी गई जानकारी को साझा न करें। ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए हमेशा ऑथेंटिक वेबसाइट और नंबरों की पुष्टि करें।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने कहा साइबर अपराधियों पर हमारी पैनी नजर बनी हुई है। बीते छह महीनों में हमारी टीम ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और आगे भी ऐसे अपराधियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय की ओर से प्राइवेट कॉलेजों को मान्यता देने की प्रक्रिया सवालों के घेरे में है, जिससे हजारों बच्चों का भविष्य जुड़ा है। दरअसल, एक प्राइवेट कॉलेज ने एक आरटीआई पर सुनवाई के चलते राज्य सूचना आयोग के सामने हैरान करने वाला खुलासा किया है। जिसके मुताबिक उन्हें छह साल से श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय ने मान्यता पत्र जारी नहीं किया है।
इस पर आयोग ने पूछा है कि जब मान्यता नहीं तो कॉलेज में किस आधार पर दाखिले हुए, कैसे छात्रों को डिग्री या डिप्लोमा जारी हुआ?अब, ये सवाल कई निजी कॉलेज के हजारों बच्चों के भविष्य के सामने खड़ा है। आशंका है कि ऐसे तमाम कॉलेज हो सकते हैं। मामले जिसकी गंभीरता को देखते हुए राज्य सूचना आयुक्त योगेश भट्ट ने विश्वविद्यालय से सम्बद्ध सभी निजी कॉलेज व संस्थानों की मान्यता एवं सम्बद्धता के बारे में विस्तृत आख्या मांगी है।
इस संबंध में विश्वविद्यालय के कुलसचिव को आदेश जारी किया है कि अगली तारीख तक स्पष्ट करें कि उन्होंने कितने कॉलेज और संस्थानों को साल 2019 के बाद से किन-किन पाठ्यक्रम के लिए संबद्धता प्रदान की है।
यह भी बताना होगा कि 2019 के बाद से उन कॉलेजों या संस्थानों ने कितने छात्रों को किन-किन विषयों में डिग्री या डिप्लोमा दिए हैं। इस आदेश की प्रति विश्वविद्यालय कुलपति को भी भेजने का आदेश दिया है। अगली सुनवाई 28 मार्च को होगी।
देहरादून: लव जिहाद के एक नए मामले में मुस्लिम युवक नदीम ने अपना नाम नवीन बताकर हिन्दू लड़की को अपने प्रेम जाल में फंसाया फिर मंदिर में जाकर उससे शादी भी कर ली।
मामला देहरादून के पटेल नगर थाना क्षेत्र का है, जहां पर हिंदू रक्षक दल के संयोजक ललित शर्मा के साथ आए युवकों ने पुलिस के सामने प्रदर्शन किया, हिंदुत्वनिष्ठ नेताओं का आरोप था कि नदीम ने आधार कार्ड में हेर फेर करके अपना नाम नवीन रखा और फिर एक हिन्दू लड़की को अपने प्रेम प्रसंग से जोड़ते हुए उससे मंदिर में जाकर शादी की।
बताया जाता है उक्त लड़की को जब ये बता चला कि नवीन हिन्दू नहीं है तब वो जैसे तैसे उसके चंगुल से वापिस अपने घर पहुंची और उसने सारी बात हिन्दू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं को बताई। जब हिन्दू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं के थाने में जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
पटेल नगर थाना पुलिस ने उक्त हंगामे के बाद आरोपी नदीम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है और इस शादी में दो अन्य महिलाओं की भूमिका पर भी केस दर्ज किया गया है।
देहरादून: यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विकसित की गई आधुनिक सड़कों में से एक दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे अब अंतिम चरण में है। कुछ छोटे-मोटे कार्यों के कारण अभी तक इस एक्सप्रेस-वे पर वाहनों का संचालन शुरू नहीं हुआ है। जानकारी मिली है कि अगले दो से तीन महीनों में दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे पर वाहनों का चलना प्रारंभ हो जाएगा।
जानकारी के अनुसार 212 किमी लंबे दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे पर 76 किलोमीटर की सर्विस रोड और 16 निकास व प्रवेश बिंदु बनाए जाएँगे, जो कि यात्रियों के सफर को आसान बनाएंगे। ये कार्य सुरक्षा मानक दुरुस्त करने और यात्रियों के सफल सुगमता पूर्ण यात्रा के लिए किए जा रहे हैं। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे पर वाहन ही नहीं बल्कि पैदल यात्रियों की सुविधा का भी ध्यान रखा गया है। ऐसे यात्रियों के लिए सभी प्रमुख स्थानों पर फुट-ओवर ब्रिज हैं, ताकि पैदल चलने वाले लोग आसानी से झटपट निकल सकें।
दिल्ली की राजधानी के शास्त्री पार्क से प्रारंभ होकर मंडोला, बागपत, शामली और सहारनपुर होते हुए देहरादून जाने वाला यह एक्सप्रेस-वे न केवल यात्रा के समय को कम करेगा, बल्कि नए अवसरों के कई द्वार भी खोलेगा, जो लोगों को आय के नए अवसर प्रदान करेंगे। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे के निर्माण से जुड़े 90 फीसदी से ज्यादा काम पूरे हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि अक्षरधाम मंदिर से लेकर बागपत तक 32 किलोमीटर का मार्ग जल्द ही खुलने वाला है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस पर वाहनों की आवाजाही के लिए अब तक कोई निश्चित समय तय नहीं किया गया है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि अगले दो से तीन महीनों में दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे पर वाहनों का चलना प्रारंभ हो जाएगा
देश की तीसरी सबसे बड़ी एलिवेटेड रोड दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के शुरू होने से यात्रियों को बहुत सी सुविधाएं होंगी। समय की बचत तो होगी साथ ही प्रकृति का नजारा भी देखने को मिलेगा। देहरादून से दिल्ली का 6 घंटे सफर ढाई घंटे हो तय हो जाएगा। इस सड़क का लगभग 12 किलोमीटर हिस्सा जंगल से होकर गुजरेगा। यात्रियों को देवभूमि पहुँचने से पहले सुंदर दृश्यों का आनंद लेने का मौका मिलेगा। इस एक्सप्रेसवे पर एशिया का सबसे लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर बनाया गया है। इस कॉरिडोर के ऊपर वाहन चलेंगे तो वहीं, कॉरिडोर के नीचे हाथियों के साथ ही अन्य जंगली जानवर भी स्वतंत्र रूप से घूमेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दून के ऐतिहासिक श्री झंडे जी मेले की प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं। श्री झंडे जी के आरोहण के साथ ही रामनवमी तक चलने वाला मेला शुरू हो गया है।
राजधानी में आस्था और सद्भावना के प्रतीक श्री झंडे जी के आरोहण के साथ ही आज से देहरादून में झंडे मेले के शुभारंभ हो गया। यहां आस्था का सैलाब उमड़ा है। जयकारों से दरबार साहिब गूंज उठा। श्रीमहन्त देवेंद्र दास महाराज की अगुवाई में श्रीझंडे जी उतारे गए। इसके साथ ही रामनवमी तक चलने वाला मेला शुरू हो गया है।
परंपरा के अनुसार इस बार श्री झंडे जी के ध्वजदंड को बदला गया। उधर, मंगलवार को श्री दरबार साहिब में पूर्वी संगत की विदाई हुई। इससे पहले श्रीमहंत ने संगत को गुरु मंत्र दिया। श्री दरबार साहिब में सुबह सात बजे से श्री झंडे जी के आरोहण की प्रकिया शुरू हुई। यहां पहले श्री झंडे जी को उतारा गया। इसके बाद दोपहर में दो बजे से श्रीमहंत की अगुवाई में आरोहण हुआ। इसके लिए दून में संगत भक्ति में डूबी रही।मंगलवार को श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज ने संगत को गुरुमंत्र दिया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार सूर्य की किरणें सभी को समान रूप से प्रकाश और ऊष्मा देती हैं, उसी प्रकार एक आध्यात्मिक गुरु अपनी कृपा और करुणा सभी पर समान रूप से रखते हैं
सहारनपुर चौक से झंडा बाजार तक भक्तों का सैलाब दिखा। पुलिस ने झंडा बाजार और सहारनपुर चौक पर बैरिकेटिंग लगाकर वाहनों को रोक दिया
वहीं, दोपहिया वाहनों को भी मेला स्थल तक जाने से रोक दिया गया। उधर, आरोहण की पूर्व संध्या पर पूरब की संगत की विदाई हुई। इस दौरान संगत को पगड़ी, ताबीज और प्रसाद वितरित किया गया।
Haridwar News: उत्तराखंड के इस शहर में बस स्टैंड शिफ्ट किया जाएगा। इसमें भी जिन दुकानों को हटाया जाएगा उनके मालिकों और किरायदारों को दूसरे स्थानों पर दुकानें दी जाएंगी. उन्होंने कहा कि कॉरिडोर निर्माण के संबंध में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए यह पहल की जा रही है।
उत्तराखंड में बस स्टैंड को दूसरी जगह शिफ्ट करने की योजना बनाई गई है। इस प्रक्रिया के तहत मौजूदा दुकानदारों और किरायेदारों को नए स्थान पर दुकानें उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे उन्हें कोई नुकसान न हो। उत्तराखंड सरकार के प्रमुख सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने आज धर्मनगरी हरिद्वार में बनाए जाने वाले कॉरिडोर को लेकर हरिद्वार पहुंचे। आज, उन्होंने स्टेक होल्डर्स से मुलाकात की हैं।
कॉरिडोर को लेकर प्रस्तावित लेआउट में किसी प्रकार के ध्वस्तीकरण की योजना नहीं है. हरिद्वार बस स्टैंड को पहले हरकी पैड़ी के पास स्थित नगर निगम के जहान्वी मार्केट में स्थानांतरित करने की योजना है। इसमें भी जिन दुकानों को हटाया जाएगा उनके मालिकों और किरायदारों को दूसरे स्थानों पर दुकानें दी जाएंगी.
हरिद्वार कॉरिडोर को लेकर शासन का नजरिया और तैयार रुपरेखा का नजारा अब स्पष्ट होने लगा है। इसकी शुरुआत बृहस्पतिवार से तब हुई जब प्रमुख सचिव आर मीनाक्षी सुन्दरम ने डामकोठी पहुंचकर विभिन्न सगठनों के साथ चर्चा की। उन्होंने कहा कि कॉरिडोर निर्माण के संबंध में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए यह पहल की जा रही है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों और अन्य हितधारकों में कोई संशय न रहे इसके लिए उनके साथ स्पष्ट तौर पर वार्ता की जा रही है।
प्रमुख सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि स्थानीय स्टेक होल्डर्स के साथ आज हुई बैठक में कॉरिडोर को लेकर फैल रहे भ्रम को दूर करना था। बैठक में उन्होंने स्पष्ट किया कि हरिद्वार के व्यापारियों और स्टेक होल्डर्स को चिंता नहीं करनी चाहिए। प्रस्तावित लेआउट में कॉरिडोर को ध्वस्त करने की कोई योजना नहीं है। उन्हें बताया गया कि योजना का मुख्य उद्देश्य जाहान्वी मार्केट और बस स्टैंड को स्थानांतरित करना है। जो प्रभावित होने वाले किरायदारों और दुकानों के मालिकों को मौजूदा बस स्टैंड के पास बनने वाले कॉम्प्लेक्स में दुकानें देगा।
हरिद्वार कॉरिडोर प्लान में कहा गया है कि हरिद्वार बस अड्डे को चंडीघाट क्षेत्र में स्थानांतरित किया जाएगा। इससे हरिद्वार में लगने वाले जाम से छुटकारा मिलेगा। यहां बस अड्डा शिफ्ट होने के बाद शॉपिंग काम्पलेक्स बनाया जाएगा। इस शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में हरकी पैडी से जिन दुकानदारों को हटाया जाएगा. वहां दुकानों का स्वामित्व दिया जाएगा. जाहन्वी बाजार के हटने से प्रभावित दुकानदारों को यहां स्थानांतरित किया जाएगा। गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने कहा कि बैठक बहुत अच्छी रही।
R.M. सुंदरम ने कहा कि हरिद्वार कॉरिडोर में किसी को उजाड़ा नहीं जाएगा। सिर्फ जहान्वी मार्केट, जिसका मालिक नगर पालिका है, हटाया जाना चाहिए। यहां दुकानदार किराए पर काम करते हैं। इन्हें शॉपिंग काम्पलेक्स में अपनी दुकानें दी जाएंगी। इसके अलावा कोई अतिक्रमण नहीं किया जाएगा।
वहीं हरकी पैडी के सवरूप को कोई नुकसान नहीं होगा। नया द्वीप गंगा में मालवीय द्वीप की तरह बनाया जाएगा। इससे यात्रियों की संख्या बढ़ जाएगी। इससे भीड़ प्रबंधन में मदद मिलेगी
देहरादून। उत्तराखंड के विद्यालयी शिक्षा विभाग ने प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में 789 अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की घोषणा की है। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों को इन शिक्षकों की शीघ्र तैनाती के निर्देश दिए हैं। यह नियुक्तियां प्रवक्ता संवर्ग के रिक्त पदों को भरने के लिए की जा रही हैं, जिससे प्रदेश के पर्वतीय और दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को पूरा किया जा सके। कला वर्ग के तहत हिन्दी, भूगोल, अर्थशास्त्र, नागरिकशास्त्र और इतिहास जैसे विषयों के शिक्षकों को मेरिट के आधार पर जिलों को आवंटित कर दिया गया है। इनमें हिन्दी के 193, भूगोल के 90, अर्थशास्त्र के 194, नागरिकशास्त्र के 217 और इतिहास के 95 अतिथि शिक्षक शामिल हैं
चमोली में 101, पिथौरागढ़ में 98, पौड़ी में 154, अल्मोड़ा में 90, उत्तरकाशी में 22, टिहरी में 61, नैनीताल में 39, चंपावत में 44, बागेश्वर में 55, रुद्रप्रयाग में 61, देहरादून में 19, ऊधमसिंह नगर में 42 और हरिद्वार में 3 अतिथि शिक्षकों की तैनाती होगी। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को अतिथि शिक्षकों की शीघ्र तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दे दिए गए हैं। इससे पहले विभाग ने विज्ञान वर्ग के 157 अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति भी पूरी कर ली है।
उत्तराखंड में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद धामी मंत्रिमंडल का जल्द हो सकता है। मंत्री अग्रवाल के इस्तीफे के के बाद धामी कैबिनेट में अब कुल पांच पद खाली हो गए हैं। कैबिनेट विस्तार से पहले भाजपा हाईकमान से भी विचार-विर्मश करने की चर्चाएं हो रहीं हैं।
राजनीतिक सूत्रों की बात मानें तो अग्रवाल के इस्तीफे के बाद बीजेपी विधायकों ने भी फिल्डिंग करनी शुरू कर दी है। दिल्ली से लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तक को अपने आप को बेहतर मंत्री साबित करने की कोशिश की जा रही है।
सूत्र बताते हैं कि हाईकमान धामी कैबिनेट के विस्तार से पहले विधायकों के अनुभव के साथ ही उनकी लोकप्रियता पर जमकर मंथन करेगा। धामी कैबिनेट का अगर विस्तार होता तो सरकार के सामने उत्तराखंड के गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों के बीच समन्वय बनाने की भी चुनौती होगी।फिलहाल बिना किसी जल्दबाजी के सरकार हर पहलुओं पर जमकर मंथन करने में जुटी हुई है।दूसरी ओर, उत्तराखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद कैबिनेट में पांच पद खाली हो गए हैं। कहा कि धामी सरकार जल्द ही विस्तार होगा।
सूत्रों की बात मानें तो विगत दिनों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह नई दिल्ली में बीजेपी हाईकमान के साथ मंत्रिमंडल को लेकर चर्चा भी की है। ऐसे में अब जल्द कैबिनेट फेरबदल की संभावना है। मंत्रिमंडल में इन चेहरों को लेकर चल रही चर्चा कैबिनेट में खाली चल रहे पदों के लिए भाजपा के कई विधायकों के नाम उछल रहे हैं।
जिन विधायकों के नाम सर्वाधिक चर्चाओं में हैं उनमें देहरादून से विनोद चमोली, खजानदास, उमेश शर्मा काऊ और मुन्ना सिंह चौहान में से कोई एक हो सकता है। हरिद्वार से मदन कौशिक, आदेश चौहान या प्रदीप बत्रा, टिहरी से विनोद कंडारी, पौड़ी से ऋतु खंडूड़ी, रुद्रप्रयाग से आशा नौटियाल।नैनीताल से रामसिंह कैड़ा, बंशीधर भगत और पिथौरागढ़ से विशन सिंह चुफाल आदि के नाम शामिल हैं। इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष के साथ ही कैबिनेट से कुछ मंत्रियों को हटाकर उनके स्थान पर नए चेहरों को जगह दिए जाने की भी चर्चाएं हैं।
विश्व के करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केंद्र उत्तराखंड में देवप्रयाग जल्द ही पर्यटन के लिहाज से भी बड़ा आकर्षण बनने जा रहा है। देवप्रयाग में गंगा के किनारे मरीन ड्राइव तैयार किया जाएगा। इसके साथ ही कीर्तिनगर से चौरास के बीच भी मरीन ड्राइव बनाने का निर्णय किया गया है।
सरकार ने इसके लिए प्राथमिक बजट 13 करोड़ तय किया है। देवप्रयाग संगम के निकट पौड़ी मोटर पुल से लेकर पैदल पुल तक बनने वाला यह मरीन ड्राइव आने वाले समय में पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बनेगा।
चारधाम यात्रा के दौरान व सर्दियों के सीजन में भी बड़ी संख्या में पूरी दुनिया से लोग देवप्रयाग पहुंचते हैं। मरीन ड्राइव प्रोजेक्ट में गंगा के दाहिने किनारे की तरफ रेतीले तट से सटाकर पर्यटन सुविधाओं से जुड़ी एक विस्तृत पट्टी विकसित की जाएगी। यहां लोगों सुबह-शाम की वॉक तो कर ही सकेंगे। साथ ही रेतीले तट पर सर्दियों में धाम तापो पर्यटन भी किया जा सकेगा।
देवप्रयाग के भाजपा विधायक विनोद कंडारी ने देवप्रयाग और कीर्तिनगर में मरीन ड्राइव मंजूर करने के लिए सरकार का आभार जताया। उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से वह मरीन ड्राइव के विकास के लिए प्रयास कर रहे थे और अब इसे मंजूरी मिलने के बाद देवप्रयाग और आसपास के क्षेत्र के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
उत्तराखंड में चार प्रमुख मंदिर और पर्यटन स्थलों में नए रोपवे के निर्माण का रास्ता साफ हो गया। उत्तरकाशी में रैथल बारसू,, वरुणावत पर्वत, रुद्रप्रयाग में कार्तिकेय स्वामी मंदिर और टिहरी में कुंजापुरी मंदिर रोपवे प्रोजेक्ट की उपयुक्तता जांच में विशेषज्ञों ने हरी झंडी दे दी है।
पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने हिन्दुस्तान से बातचीत में इसकी पुष्टि की। इन चारों प्रोजेक्ट पर पिछले काफी समय से काम किया जा रहा था। फिजीबिलिटी रिपोर्ट के सकारात्मक आने से इन प्रोजेक्ट पर आगे की कार्यवाही का रास्ता खुल गया है। इसके साथ ही केदारनाथ और हेमकुंड साहिब रोपवे प्रोजेक्ट के निर्माण एजेंसी के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
जल्द ही उन्हें फाइनल कर दिया जाएगा। दून से मसूरी तक रोपवे प्रोजेक्ट सितंबर 2026 से पर्यटकों के लिए शुरू हो जाएगा। पर्यटन सचिव ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत 26 टॉवर बनाए जाने हैं। यमुनोत्री रोपवे प्रोजेक्ट में बनने वाले नौ टॉवर में पांच टॉवर को दिसंबर अंत तक तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। पूर्णगिरी मंदिर के रोपपे की जांच भी जारी है। नैनीताल रोपवे प्रोजेक्ट के लिए लैंड ट्रांसफर की एनओसी मिल गई है।
आईपीएल 2024 में मुंबई के कप्तान हार्दिक पांड्या पर धीमी ओवर गति के कारण बीसीसीआई ने उन पर 30 लाख का जुर्माना और एक मैच का निलंबन लगाया था। आईपीएल ने बयान में बताया कि हार्दिक पर आईपीएल की आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में 30 लाख रुपये के जुर्माना के अलावा एक मैच का प्रतिबंध भी लगाया गया है।
मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या आईपीएल 2025 का पहला मुकाबला नहीं खेल पाएंगे। उन पर एक मैच का प्रतिबंध लगा है। बता दें कि, आईपीएल के 18वें सत्र की शुरुआत 22 मार्च से होगी। मुंबई अपने अभियान का आगाज 23 मार्च को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ मुकाबले से करेगी। इस मैच में स्टार ऑलराउंडर नहीं खेलेंगे। पिछले संस्करण में हुई गलती के कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने उन्हें सजा सुनाई है।
दरअसल, आईपीएल 2024 में मुंबई के कप्तान हार्दिक पांड्या पर धीमी ओवर गति के कारण बीसीसीआई ने उन पर 30 लाख का जुर्माना और एक मैच का निलंबन लगाया था। आईपीएल ने बयान में बताया कि हार्दिक पर आईपीएल की आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में 30 लाख रुपये के जुर्माना के अलावा एक मैच का प्रतिबंध भी लगाया गया है।
जब बोर्ड ने यह कार्रवाई की थी तब मुंबई का कोई मैच नहीं बचा था और टीम ग्रुप चरण में अपने सभी 14 मैच खेल चुकी थी, ऐसे में हार्दिक पर यह निलंबन अगले सीजन लागू होने की बात कही गई थी। अब वह 2025 सीजन का पहला मैच नहीं खेल सकेंगे। उस वक्त आईपीएल ने बयान में बताया था कि हार्दिक के अलावा प्लेइंग-11 में शामिल टीम के अन्य खिलाड़ियों पर 12 लाख रुपये या मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। यह जुर्माना इंपैक्ट प्लेयर पर भी लागू होगा।
आईपीएल 2024 सीजन से पहले मुंबई ने टीम में बड़ा बदलाव करते हुए हार्दिक पांड्या को गुजरात टाइटंस से ट्रेड कर टीम में शामिल किया था। हार्दिक लंबे समय तक मुबंई का हिस्सा रहे थे, लेकिन 2022 सीजन के लिए हुई बड़ी नीलामी से पहले मुंबई ने उन्हें रिलीज कर दिया था और हार्दिक को गुजरात ने अपना कप्तान बनाया। हार्दिक का गुजरात के साथ सफर काफी शानदार रहा और उन्होंने टीम को पहले ही सीजन विजेता बनाया, जबकि गुजरात पिछले सीजन उपविजेता रही। हालांकि आईपीएल 2024 से पहले ही हार्दिक ने गुजरात का साथ छोड़कर पुरानी फ्रेंचाइजी में लौटने का फैसला किया। हार्दिक को मुंबई ने रोहित की जगह कप्तान बनाया, लेकिन उनके नेतृत्व में मुंबई का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। मुंबई की टीम 14 मैचों में चार जीत और 10 हार के साथ आठ अंक लेकर सबसे नीचे 10वें नंबर पर रही।
विवादित बयान देने के बाद उत्तराखंड सरकार में मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. प्रेमचंद अग्रवाल राज्य सरकार में वित्त और संसदीय कार्य मंत्री थे. फरवरी महीने में विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विपक्षी विधायकों के साथ बहस में उन्होंने कहा था, ‘क्या यह राज्य पहाड़ियों के लिए बनाया गया है? इसके बाद उनके खिलाफ विरोध -प्रदर्शन शुरू हो गया था
विधानसभा सत्र के दौरान विवादित बयान देने के बाद उत्तराखंड सरकार में मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना पद छोड़ने से पहले कहा कि उनके खिलाफ माहौल बनाया गया. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वो भावुक भी हो गए.फरवरी महीने में विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विपक्षी विधायकों के साथ बहस में उन्होंने कहा था, ‘क्या यह राज्य पहाड़ियों के लिए बनाया गया है?” इस टिप्पणी से राज्य में आक्रोश फैल गया, और अलग-अलग संगठनों और राजनीतिक दलों ने उनके इस्तीफे की मांग की थी.
अगर आप कंटेंट क्रिएटर और फिल्म मेकइन के हुनर से नाम कामना चाहते हैं तो आपके लिए शानदार मौका आ गया है। जी हां उत्तराखंड की अनसुनी , अनदेखी डेस्टिनेशन हो या यहाँ की गीत संगीत नृत्य कला और संस्कृति से जुडे शार्ट फिल्मे आपने बनाई तो लखपति बन सकते है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरकाशी के हर्षिल में राज्य के पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के जो सुझाव दिए थे, उन पर धामी सरकार तेजी से काम कर रही है। उत्तराखंड फिल्म परिषद ने सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर्स के लिए एक विशेष प्रतियोगिता शुरू करने की योजना बनाई है, जहां विजेताओं को लाखों रुपये का इनाम मिलेगा।
प्रतियोगिता के तहत प्रतिभागियों को उत्तराखंड की विभिन्न थीम्स पर प्रमोशनल फिल्म बनानी होगी। जो फिल्म चयनित होगी, उसे सरकार द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।
इन थीम्स पर बनानी होगी फिल्म
उत्तराखंड की संस्कृति – लोकसंस्कृति, लोकनृत्य, लोकगीत और पारंपरिक विरासत होम स्टे पर्यटन – उत्तराखंड के अनूठे होम स्टे और स्थानीय आतिथ्य बारहमासी पर्यटन – हर मौसम में घूमने लायक पर्यटन स्थल पौराणिक मंदिर – देवभूमि के ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहर आयुष एवं वेलनेस – योग, आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र अनछुए पर्यटन स्थल – कम प्रसिद्ध लेकिन अद्भुत प्राकृतिक स्थान साहसिक पर्यटन – ट्रेकिंग, रिवर राफ्टिंग, बंजी जंपिंग जैसी रोमांचक गतिविधियाँ वेडिंग डेस्टिनेशन – उत्तराखंड को शादी और प्री-वेडिंग शूट के लिए प्रमोट करना
पांच लाख तक का इनाम, ऑनलाइन होगी एंट्री
▶ फिल्म की अवधि: 1 मिनट से लेकर अधिकतम 5 मिनट तक ▶ पुरस्कार राशि: हर श्रेणी में सर्वोत्तम फिल्म को 3 से 5 लाख रुपये तक का इनाम ▶ एंट्री प्रक्रिया: प्रतियोगिता के लिए ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाएंगे ▶ फिल्म अपलोडिंग: प्रतिभागी अपनी फिल्म को ऑनलाइन अपलोड कर सकेंगे और इसे अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रसारित करने का भी अधिकार होगा।
उत्तराखंड के अनछुए पर्यटन स्थलों को दिलाएं पहचान उत्तराखंड प्राकृतिक सुंदरता, धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक विरासत का अद्भुत संगम है। कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं, जो अभी तक लोगों की निगाहों में नहीं आए हैं। इस प्रतियोगिता के जरिए इन स्थानों को वैश्विक पहचान दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
उत्तराखण्ड फिल्म परिषद ने बनाई खास योजना
उत्तराखंड फिल्म परिषद जल्द ही इस योजना को लॉन्च करेगा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इसका स्वरूप तैयार कर लिया गया है। यह राज्य के पर्यटन और संस्कृति को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का महत्वपूर्ण कदम होगा।”—– बंशीधर तिवारी, सूचना महानिदेशक
रुड़की: दो दिन से लापता सिंचाई विभाग के कर्मचारी की लाश मिली है. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू की. मामला हरिद्वार जिले के रुड़की का है. मृतक का नाम अर्जुन उम्र 30 साल पुत्र मदन पाल है, जो सिंचाई परिकल्प संस्थान रुड़की में चौकीदार के पद पर कार्यरत था.बताया जा रहा है कि अर्जुन की बीते बुधवार रात दस बजे से सुबह छह बजे तक कार्यालय में ड्यूटी थी, लेकिन गुरुवार को ड्यूटी पूरी होने के बाद भी अर्जुन घर नहीं पहुंचा. उधर छुट्टी के कारण कार्यालय भी दो दिन से बंद था. इस दौरान परिजनों ने भी अर्जुन का इधर-उधर काफी ढूंढा लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा. वहीं शनिवार को जब कर्मचारी दफ्तर पहुंचे तो देखा कि अर्जुन का शव कार्यालय में ही सीढियों में लटका हुआ मिला हुआ मिला ।
मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने मामले की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दी. इसी के साथ अर्जुन के परिजनों और पुलिस को भी अर्जुन की मौत की सूचना दी गई. मौके पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया और पंचनामा भरने के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया.
पुलिस ने अर्जुन के परिजनों से भी पूछताछ की. उन्होंने पुलिस को बताया कि अर्जुन को शराब और जुए की तल थी, जिस कारण उस पर काफी कर्जा हो रखा था. वहीं अर्जुन की मौत कैसे हुई इसका अभीतक पता नहीं लग पाया है. क्योंकि सिंचाई विभाग कार्यालय में लगा सीसीटीवी कैमरा भी खराब हो रखा है. सिंचाई विभाग के अवर अभियंता का कहना है कि उन्होंने सीसीटीवी कैमरा होने की जानकारी उच्चाधिकारियों को लिखित में दे रखी है.
लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है, इसीलिए ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सका है.
नई टिहरी। टिहरी जिले के जौनपुर और चंबा ब्लाॅक क्षेत्र के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। पिछले पांच साल से निर्माणाधीन बनाली पंपिंग योजना का कार्य अब पूरा हो गया है। भले ही कार्यदायी संस्था पेयजल निगम चंबा ने ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति शुरू कर दी है, लेकिन कुछ गांवों में अब भी पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पा रही है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि लाइन में टेस्टिंग का कार्य चल रहा है।
जौनपुर और चंबा ब्लॉक क्षेत्र के 57 तोकों में पेयजल आपूर्ति करने के लिए वर्ष 2019-20 में बनाली पंपिंग योजना की मंजूरी मिली थी। लगभग 11 करोड़ की योजना से चंबा ब्लॉक के बागी, मठियाणगांव, पलास, नागणी, भाटूसैंण, बनाली, हटवालगांव, लामकंडे, मरोड़ा सहित 57 तोकों में निवासरत लोगों को पर्याप्त पानी उपलब्ध कराना था।
गर्मियों में लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ता है। क्योंकि इन क्षेत्रों में स्रोतों और हैंडपंपों का भी अभाव बना है। ग्रामीण पेयजल समस्या से निजात दिलाने के लिए वर्षों से सौंग नदी से बनाली के पंपिंग योजना के निर्माण की मांग कर रहे थे।
पांच साल बाद आखिरकार पेयजल निगम चंबा ने बनाली पंपिंग योजना का कार्य पूरा कर लिया है। गांवों में पानी की आपूर्ति भी शुरू कर दी है, लेकिन चंबा के मठियाणगांव और धनोल्टी के लामकंडे गांव में अब भी पर्याप्त पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। जिससे दोनों गांव में निवासरत लोगाें को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बनाली पंपिंग योजना बन चुकी है। मठियाणगांव में कुछ समय पहले लाइन बिछाने का कार्य पूरा है। वहां अभी पानी की टेस्टिंग का कार्य चल रहा है। लामकंडे गांव की समस्या संज्ञान में नहीं है। जल्द ही सभी गांवों में टेस्टिंग का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। गर्मियों में इस बार से बनाली पंपिंग योजना से जुड़े गांवों में पानी की पर्याप्त आपूर्ति होगी।
उत्तराखंड सरकार ने 15 मार्च 2025 को मनाई जाने वाली पर्वतीय होली के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। इस कारण कल सभी सरकारी कार्यालय और स्कूल बंद रहेंगे। पर्वतीय होली राज्य के पारंपरिक त्योहारों में से एक है, जिसे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
हालांकि, बैंक और आवश्यक सेवाएं सामान्य रूप से चालू रहेंगी। यदि आपको बैंकिंग कार्य निपटाने हैं, तो आप तय समय पर बैंक जाकर अपनी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
उत्तराखंड में होली का यह अनोखा रूप संगीत, पारंपरिक लोकगीतों और समूह नृत्य के साथ मनाया जाता है। पर्वतीय होली की खासियत इसकी बैठकी होली, खड़ी होली और महिला होली जैसी विविध परंपराएं हैं, जो राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में देखी जाती हैं।
✨ होली की शुभकामनाएं! अपने क्षेत्र में होने वाले इस रंगारंग उत्सव का आनंद लें और परंपराओं को जीवंत बनाए रखें! ✨
नई टिहरी में रंगों के महापर्व होली को बड़े ही हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया गया। शहर भर में रंगों की बौछार और अबीर-गुलाल से पूरा माहौल सराबोर हो गया। व्यापार मंडल, स्थानीय निवासियों और विभिन्न संगठनों ने मिलकर इस त्योहार को उत्सवी माहौल में मनाया।
व्यापारियों और व्यापार मंडल की अनूठी होली
नई टिहरी के व्यापार मंडल और स्थानीय व्यापारियों ने होली के उपलक्ष्य में विशेष आयोजन किए। बाजारों को सजाया गया, और कई स्थानों पर रंगों की होली खेली गई। व्यापारियों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर बधाइयाँ दीं और मिठाइयों का आदान-प्रदान किया। इस मौके पर व्यापार मंडल के अध्यक्ष भगवान सिंह रावत ने सभी व्यापारियों और शहरवासियों को होली की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि होली भाईचारे और प्रेम का पर्व है, जिसे हमें मिलजुलकर सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाना चाहिए।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बढ़ाई शोभा
होली के अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। कई स्थानों पर होली मिलन समारोह आयोजित किए गए, जिसमें लोगों ने पारंपरिक होली गीतों पर नृत्य किया और एक-दूसरे को रंग लगाया। बच्चों और युवाओं में खासा उत्साह देखा गया, जिन्होंने पूरे दिन एक-दूसरे को रंगों में सराबोर किया।
शांति और सौहार्द का संदेश
होली के अवसर पर स्थानीय प्रशासन द्वारा भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, ताकि त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके। पुलिस और प्रशासन ने सभी को सौहार्द और शांति से त्योहार मनाने की अपील की। व्यापार मंडल के अध्यक्ष भगवान सिंह रावत ने भी सभी व्यापारियों से अपील की कि वे होली को प्रेम और सद्भाव के साथ मनाएँ और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।
नवयुवकों और पर्यटकों में दिखा खास उत्साह
नई टिहरी में होली का उत्सव देखने के लिए कई पर्यटक भी पहुंचे। उन्होंने झील के किनारे और आसपास के क्षेत्रों में होली का आनंद लिया। नवयुवकों ने ढोल-नगाड़ों की थाप पर झूमकर रंगोत्सव का आनंद उठाया।
समापन
नई टिहरी में इस बार होली का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास और उल्लास के साथ मनाया गया। रंगों की इस मस्ती में हर वर्ग के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और प्रेम, भाईचारे और सौहार्द का संदेश दिया। व्यापार मंडल अध्यक्ष भगवान सिंह रावत ने सभी को धन्यवाद देते हुए आशा जताई कि आगे भी इसी तरह मिल-जुलकर त्योहार मनाए जाएंगे।
उत्तराखण्ड चतुर्थ वर्गीय राज्य कर्मचारी महासंघ का दो दिवसीय अधिवेशन हुआ शुरू
उत्तराखण्ड चतुर्थ वर्गीय राज्य कर्मचारी महासंघ के जनपद टिहरी गढ़वाल का दो दिवसीय अधिवेशन विकास भवन के नजदीक इन्ट्रीगेटेड सेंटर सभागार में शुरू हुआ।
बतौर मुख्य अतिथि जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल मयूर दीक्षित ने दीप प्रज्वलित्त कर अधिवेशन के सफलता पूर्वक सम्पन्न होने की शुभकामनाए उपस्थित कार्मिकों को दी।
इस अवसर पर चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों के पद्वाधिकारियों द्वारा जिलाधिकारी का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया।
अपने संबोधन में जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक कार्मिक के तौर पर अन्य के लिए अनुकरणीय बन सके।
इस अवसर पर चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों के पद्वाधिकारियों द्वारा जिलाधिकारी को 11 सूत्री मांग पत्र प्रेषित किया।
विकासखण्ड कीर्तिनगर को रोजमेरी व डेंडिलियन के प्लांट लगाने, विकास खण्ड चम्बा को फूलों की खेती करने, प्रतापनगर और थौलधार को कीवी की खेती को बढ़ाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कल देर सांय कलेक्टेªट सभागार में ग्रामीण उद्यम त्वरण परियोजना की बैठक ली, जिसमें विभिन्न विकासखण्ड़ों के उद्यमी, असिस्टेंट मैनेजर, वित विभाग, सेल्स एंड मार्केटिंग, जिला प्रोग्राम मैनेजर एवं खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी खण्ड विकास अधिकारियों एवं पीडी डीआरडीए को प्रत्येक विकासखण्ड से दो-दो उत्पादों के क्षेत्रों को और विकसित करने के निर्देश दिये। विकासखण्ड कीर्तिनगर को रोजमेरी व डेंडिलियन के प्लांट लगाने, विकास खण्ड चम्बा को फूलों की खेती करने, प्रतापनगर और थौलधार को कीवी की खेती को बढ़ाने के निर्देश दिए।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि फार्म और नॉन फार्म के अन्तर्गत समूहों की गतिविधियों को विकसित कर उद्यमी महिलाओं की आय में वृद्वी करे और जिस प्रकार उत्पादों की गुणवत्ता रखी जाती उसी प्रकार पैकिंग की गुणवत्ता पर भी ध्यान रखने की जरूरत है।
जिलाधिकारी द्वारा जौनपुर बीडीओ को पनीर वैली की वैल्यू-चैन विकसित करने हेतु भंडार सुरक्षा, परिवहन आदि की रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया।
बैठक में पीडी डीआरडीए पीएस चौहान, खण्ड विकास अधिकारी चम्बा शाकिब हुसैन, नरेन्द्रनगर श्रुति वत्स, कीर्तिनगर सुमनलता, जौनपुर अर्जुन सिंह, सहित अन्य खण्ड विकास अधिकारी व विभिन्न समूह के सदस्य एवं रीप परियोजना के कार्मिक उपस्थित थे।
उत्तराखंड सचिवालय मे ड्राइवर पर आया देवता CM धामी पर बताया सकंट ,जांच में जुटी पुलिस
देहरादून मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सोमवार को सचिवालय में पहुंचते ही एक व्यक्ति पर अचानक से देवता प्रकट हो गया। इस दौरान वह व्यक्ति आदेश आदेश कहते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर संकट आने की बात कहता हुआ नजर आ रहा है। इस पूरे प्रकरण को देखते हुए वहां पर मौजूद अन्य कर्मचारियों मे अफरा तफरी का माहौल देखने को मिला। वहीं सुरक्षाकर्मी व्यक्ति को संभालते हुए नजर आए।
घटना सोमवार सुबह की है, जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सचिवालय में चार धाम से संबंधित बैठक लेने पहुंचे थे। जैसे ही मुख्यमंत्री सचिवालय पहुंचे, तभी ड्राइवर मुख्यमंत्री को देखकर जोर-जोर से चिल्लाने लगा।
बताया जा रहा है कि ड्राइवर पहले से ही सचिवालय में नंगे पांव आया था। उस पर देवता आए हुए थे। अब इस बात में कितनी सच्चाई है यह जांच का विषय है। लेकिन ड्राइवर ने ऐसा क्यों किया, इस बात को लेकर सचिवालय में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं।
देवता आना सोची समझी रणनीति
मुख्य व्यवस्था अधिकारी राज्य संपत्ति रविंद्रा पांडेय ने वाहन चालक को निलंबित करने और मुख्यालय से बाहर तैनाती के साथ-साथ उसकी मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण जबरन सेवानिवृत्त करने की सिफारिश की है। मुख्य व्यवस्थाअधिकारी ने निलंबन पत्र में लिखा है कि वाहन चालक पर सचिवालय में देवता आना एक सोची समझी रणनीति है। वह स्वयं भी उत्तराखंड पृष्ठभूमि से हैं, उत्तराखंड रीति रिवाज के अनुसार पैतृक स्थानों और देवस्थानों में विधिवत आवाह्न करने पर ही किसी व्यक्ति पर देवता आते हैं।
17 जनवरी 2024 को प्रताप नगर प्रखंड के हेरवाल गांव निवासी रामचंद्री देवी के परिजनों ने रामचंन्द्री देवी को परसव पीड़ा के बाद लमगांव चोण्ड अस्पताल भर्ती कराया अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा लगभग चार घंटे अस्पताल में ही रोका गया जब रामचंद्र देवी की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई उसके बाद आनंन फानन में जिला अस्पताल बौराड़ी के लिए रेफर किया गया चांठी डोबरा के निकट जच्चा बच्चा सहित रामचंद्रि की मौत हो गई थी।1 साल बीतने के बाद भी जब परिजनों को न्याय नहीं मिला तो आज परीजन जिला कांग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष राकेश राणा के साथ जिलाधिकारी से मिलने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी से मिले और उनसे परिवार के भरण पोषण और रोजगार देने की मांग की जिलाधिकारी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित कर आश्वासन के बाद परिजन घर चले गए।जिला कांग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष राकेश राणा ने कहा की प्रताप नगर विधानसभा के चोण्ड अस्पताल में इस तरह की कई घटनाएं हुई उन पीड़ित परिवारों को आज तक ना तो कोई भरण पोषण की बात हुयी और ना उनके रोजगार की कोई व्यवस्था हुई न ही कोई न्याय नहीं मिला और ना ही जिम्मेदार व्यक्ति को उसकी सजा मिली। इस तरह की घटनाओं से आम जनमानस का शासन प्रशासन के प्रति विश्वास उठता जा रहा है।उन्होंने जिलाधिकारी टिहरी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी टिहरी से पीड़ित परिवारों के भरण पोषण और रोजगार देने की मांग की
टिहरी गढ़वाल। नई टिहरी में आगामी मई माह में आयोजित होने वाली रामलीला के सफल संचालन के लिए आज एक महत्वपूर्ण बैठक बौराड़ी स्टेडियम स्थित रामलीला मंच पर संपन्न हुई। बैठक में रामलीला आयोजन समिति के गठन को लेकर विस्तृत चर्चा की गई और सर्वसम्मति से कार्यकारिणी समिति का गठन किया गया।
बैठक में संयोजक के रूप में डॉ. राकेश भूषण गोदियाल को चुना गया, जबकि अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी श्री देवेंद्र नौडियाल को सौंपी गई। महासचिव के रूप में श्री अमित पंत को नामित किया गया। वरिष्ठ उपाध्यक्ष की भूमिका श्री राकेश लांबा निभाएंगे। इसके अलावा, उपाध्यक्ष पद पर तीन व्यक्तियों को नियुक्त किया गया, जिनमें श्री भगवान चंद्र रमोला, श्री मनोज राय एवं श्रीमती उर्मिला राणा शामिल हैं।
सचिव पद के लिए चार व्यक्तियों को चयनित किया गया, जिनमें श्री मानवेंद्र रावत, श्री गंगा भगत सिंह नेगी, श्री नंदू वाल्मीकि और श्री अमित रतूड़ी शामिल हैं। संगठन सचिव की जिम्मेदारी श्री चरण सिंह नेगी, श्री राजीव रावत, श्री हरीश घिल्डियाल, श्री शंकर राम सैनी और श्रीमती जसोदा नेगी को सौंपी गई। वहीं, कोषाध्यक्ष के रूप में श्री सुनील बधानी को नियुक्त किया गया।
इसके अतिरिक्त, अन्य सक्रिय कार्यकर्ताओं को कार्यकारिणी सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। वहीं, रामलीला के पूर्व अध्यक्ष, नगर पालिका के वर्तमान अध्यक्ष, वरिष्ठ नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों को संरक्षक मंडल में रखा गया है, जिससे आयोजन को व्यापक समर्थन मिल सके।
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष श्री मोहन सिंह रावत, वरिष्ठ अधिवक्ता श्री राजेंद्र सिंह असवाल, अधिवक्ता श्री महावीर प्रसाद उनियाल, श्री महिपाल सिंह नेगी, समिति के पूर्व अध्यक्ष श्री महावीर प्रसाद उनियाल, श्री देशभूषण जोशी, श्री दिनेश बर्थवाल, श्री मनोज शाह, श्री मनीष पंत, श्री संतोष पांडे, श्री शंकर नेगी समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। बैठक में रामलीला के सफल एवं भव्य आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
टिहरी नगर पालिका अध्यक्ष श्री मोहन सिंह रावत के नेतृत्व में भागीरथीपुरम में स्वच्छता अभियान किया गया संचालित
नई टिहरी नगर को स्वच्छ बनाने के संकल्प को आगे बढ़ते हुए मेन मार्केट भागीरथीपुरम में पालिका अध्यक्ष श्री मोहन सिंह रावत के नेतृत्व में पालिका सभासद श्री खेमराज सिंह रावत,श्री मानवेंद्र सिंह रावत, श्री नवीन सेमवाल, श्रीमती मधु भट्ट, श्रीमती सीमा नेगी, श्रीमती रितु भूषण स्नेही,श्री प्रवेश चौहान के साथ-साथ स्थानीय व्यापारियों एवं पालिका के कर्मचारियों द्वारा संयुक्त रूप से स्वच्छता अभियान संचालित किया गया। पालिका के नवनिर्वाचित बोर्ड के गठन के पश्चात निरंतर साप्ताहिक रूप से संपूर्ण नगर क्षेत्र में जन सहयोग के माध्यम से सफाई अभियान संचालित किया जा रहा है जिसके लिए पालिका अध्यक्ष, सभासद गण एवं कर्मचारियों द्वारा पालिका की बस पर एक साथ संयुक्त रूप से बैठकर भागीरथीपुरम पहुंचे। जिससे प्रेरित होकर स्थानीय लोगों एवं व्यापारियों द्वारा भी बढ़-चढ़कर स्वच्छता अभियान में प्रतिभाग किया। अध्यक्ष नगरपालिका परिषद टिहरी द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों से अनुरोध किया गया कि कोई भी व्यक्ति अपने आसपास किसी सार्वजनिक एवं खाली स्थान पर कूड़ा न डालें और सभी लोग अपने घर के कूड़े को जैविक, अजैविक, हजार्ड वेस्ट एवं सेनेटरी वेस्ट को अलग-अलग कर पालिका द्वारा संचालित कूड़ा वाहनों में ही डालें। साथ ही हम सब लोग यूजर चार्ज का नियमित रूप से भुगतान करें और आपके क्षेत्र में सफाई कार्य हेतु नियुक्त कार्मिक/स्वच्छता योद्धा को सहयोग एवं अपना मार्गदर्शन दे ताकि हम सब लोग मिलकर इस नई टिहरी नगर को स्वच्छ, सुंदर एवं प्रदूषण मुक्त शहर के रूप में विकसित कर सकें। सफाई अभियान में पालिका की सफाई निरीक्षक श्री प्रीतम सिंह नेगी, वरिष्ठ सहायक श्री शिव सिंह सजवान, श्री शीशपाल सिंह सजवान, श्री चरण सिंह नेगी, श्री विजेंद्र कुमार, श्री बलबीर पवार, श्री सुरेंद्र सिंह बिष्ट, श्री सुनील सिंह भंडारी,श्री परमवीर चौहान, श्री पूरन सिंह राणा, कुमारी लाविका मैसेस जीरो वेस्ट से श्री सुमित, श्री विशाल, श्री मनीष, श्री पंकज के साथ-साथ पालिका के सफाई प्रभारी श्री राजेश कुमार, श्री सुधीर,श्री सोनी, श्री सोनू, श्री जॉनी, श्री राजेंद्र एवं श्री संजय आदि उपस्थित रहे। माननीय अध्यक्ष द्वारा अपने संबोधन में अवगत कराया गया कि नगर को स्वच्छ सुंदर बनाने का मैंने एवं मेरे संपूर्ण बोर्ड ने संकल्प लिया है और इसी को आगे बढ़कर हम निरंतर नगर के विभिन्न क्षेत्रों में सफाई कार्यक्रम संचालित कर रहे हैं जिसे जन सहयोग के माध्यम से और भी भव्य बनाया जाएगा।
हाल ही में आयोजित Champions Trophy में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ एक शानदार प्रदर्शन किया, जिसके कारण यह मैच क्रिकेट प्रेमियों के लिए यादगार बन गया। यह मैच प्रारंभ से ही विशेष रूप से रोमांचक रहा। भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया, जो उनके लिए एक रणनीतिक लाभ साबित हुआ। इंग्लैंड की बल्लेबाजी कमजोर साबित हुई और भारत के गेंदबाजों ने अपने प्रभावशाली प्रदर्शन से इंग्लैंड के बल्लेबाजों को पवेलियन लौटने पर मजबूर कर दिया। भारत के मुख्य गेंदबाजों ने अपनी विविधता और सटीकता से चुनौतीपूर्ण बल्लेबाजी पर नियंत्रण रखा।
भारत की गेंदबाजी में विशेषकर जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी का योगदान उल्लेखनीय रहा। बुमराह ने अपनी धारदार Yorkers से इंग्लैंड के प्रमुख बल्लेबाजों को निपटाते हुए उनकी बल्लेबाजी की धारा को मोड़ दिया। वहीं, शमी ने अपनी स्विंग गेंदबाजी से बल्लेबाजों को भ्रामक स्थितियों में डाला। इसके साथ ही, भारतीय क्षेत्ररक्षक भी अपने तेज़ और प्रभावशाली फील्डिंग के लिए सराहे गए, जिसने कई महत्वपूर्ण कैच और रन-आउट्स की मदद की।
जब भारत की बारी बल्लेबाजी की थी, तो उन्होंने एक मजबूत शुरुआत की और धीरे-धीरे एक जीत के लिए आवश्यक लक्ष्य की ओर बढ़े। शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने उत्कृष्ट साझेदारियों का निर्माण किया, जिससे इंग्लैंड के गेंदबाजों पर दबाव बना रहा। भारतीय टीम ने अपनी बल्लेबाजी में धैर्य और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन बनाते हुए मैच को अपने पक्ष में रख लिया। हालांकि, इंग्लैंड की टीम कुछ और तरीके अपनाने को तैयार रही, लेकिन भारतीय खिलाड़ियों की अनुकूलता और कुशलता ने उन्हें असफल कर दिया। ऐसे में, यह जीत न केवल भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक बड़ी उपलब्धि रही, बल्कि यह इस बात का प्रमाण भी है कि टीम अपनी उच्चतम क्षमता को पहचान चुकी है और उसे मजबूती से प्रस्तुत किया।
खिलाड़ियों का प्रदर्शन: सितारों की चमक
Champions Trophy में भारत और इंग्लैंड के बीच हुए मुकाबले में भारतीय खिलाड़ियों ने असाधारण प्रदर्शन किया। कप्तान ने अपनी अनुभवी कप्तानी से न केवल टीम को प्रेरित किया, बल्कि महत्वपूर्ण रन भी बनाए। उनके द्वारा खेली गई पारी ने भारत को एक संतोषजनक स्कोर तक पहुँचाने में मदद की। पार्थिव पटेल की ओपनिंग जोड़ी ने शुरुआत में मजबूत नींव रखी। दोनों ने मिलकर गेंदबाज़ों के खिलाफ आक्रामक खेल दिखाया और पहले दस ओवरों में रन बनाते रहे। उनकी साझेदारी ने इंग्लैंड के गेंदबाज़ों को दबाव में रखा।
क्रुणाल पांड्या, जो एक प्रमुख बल्लेबाज हैं, ने मध्यक्रम में अपने अनुभव का बखान किया। उन्होंने आवश्यक समय पर रन बनाकर दबाव को कम किया, और अपनी पारी के दौरान इंग्लैंड के गेंदबाज़ों की धुनाई की। इसके साथ ही, भारतीय टीम के मुख्य गेंदबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। विशेष रूप से भुवनेश्वर कुमार ने अपने स्विंगिंग गेंदबाज़ी कौशल से महत्वपूर्ण विकेट निकाले। उनका टीवी पर दिखाया गया विशेष आउट होना इस मैच की मुख्य विशेषता रहा।
खिलाड़ियों की मानसिकता और तैयारी भी इस जीत में अहम भूमिका निभाई। मैच से पहले की रणनीतिक बैठकें और अभ्यास सत्र ने उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाया। खिलाड़ियों ने अपने खेल पर ध्यान केंद्रित किया, जिससे उन्होंने न केवल अपने व्यक्तिगत कौशल को बेहतर बनाया, बल्कि समग्र टीम प्रदर्शन में भी योगदान दिया। इस प्रकार, भारत के सितारों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया और विश्व क्रिकेट में एक नई पहचान बनाई।
मैच के बाद की प्रतिक्रिया और विश्लेषण
भारत की विजिति ने न केवल देश के क्रिकेट प्रेमियों में उत्साह का संचार किया, बल्कि यह कई क्रिकेट विशेषज्ञों और कोचों के लिए भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गई है। इस मैच के बाद, पूर्व खिलाड़ियों और विश्लेषकों ने भारत की टीम की रणनीति और प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान ने जीत के बाद अपनी संतोष की बात करते हुए कहा कि यह जीत टीम की मेहनत का फल है। उन्होंने खिलाड़ियों की एकता और समर्पण को भी उजागर किया, जो इस महत्वपूर्ण प्रतियोगिता में काफी प्रभावी साबित हुआ।
इंग्लैंड की टीम ने भी अपनी हार पर विचार करते हुए कहा कि उन्हें अपनी रणनीति में कुछ बदलाव करने होंगे। उनकी कोचिंग स्टाफ ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन का विश्लेषण किया और कुछ संभावित क्षेत्रों को चिन्हित किया जहां सुधार की आवश्यकता है। इस खेल से स्पष्ट है कि इंग्लैंड की टीम को अब अपनी संभावनाओं को मजबूत करने के लिए नई रणनीतियों का निर्माण करना होगा।
इस जीत का भारत के क्रिकेट के भविष्य पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा। कई विशेषज्ञ मानते हैं कि यह केवल इस मैच की जीत नहीं है, बल्कि यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक नया अध्याय है। आंकड़ों के अनुसार, भारत ने अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में संतुलन रखने में सफलता पाई है, जो आगामी मैचों के लिए सकारात्मक संकेत है। इसमें तथ्य यह है कि टीम ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी गति और वैविध्य में सुधार किया है, जो उन्हें उच्च स्तर की प्रतियोगिताओं में प्रतिस्पर्धात्मक बनाने में सहायक रहेगा।
इस मैच के बाद, भारतीय क्रिकेट की स्थिति और इंग्लैंड की टीम की अपेक्षाएं दोनों को ध्यान में रखते हुए, यह आवश्यक है कि टीम आगे बढ़ने के लिए अपने अनुभव और कौशल का सही उपयोग करे। विशेषज्ञों की राय में, यह दोनों टीमों के लिए एक सीखने का अवसर है और भविष्य में प्रतिस्पर्धा को और भी रोमांचक बनाएगा।
चैम्पियंस ट्रॉफी का भविष्य: भारत का जादुई सफर
भारतीय क्रिकेट ने जब से गुरुवार की शाम को इंग्लैंड को हराया, तब से चैम्पियंस ट्रॉफी में उसके भविष्य को लेकर चर्चा तेज हो गई है। इस जीत ने भारतीय टीम के मनोबल को और बढ़ा दिया है और उम्मीदें जगा दी हैं कि वे आने वाले मैचों में भी इसी तरह का प्रदर्शन जारी रख सकेंगे। क्रिकेट के इस प्रारूप में भारत की अब तक की यात्रा अत्यंत रोमांचक रही है, जिसमें कई ऐतिहासिक मोड़ आए हैं।
भारत की क्रिकेट यात्रा का संबंध केवल खिलाड़ियों की संख्या या उनके अनुभव से नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक मजबूत विकासात्मक दृष्टिकोण भी है। पिछले कुछ वर्षों में, भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने युवा प्रतिभाओं के विकास पर ध्यान केंद्रित किया है, जिससे नए खिलाडियों को भारत की राष्ट्रीय टीम में शामिल होने का मौका मिला है। इससे न केवल भारतीय क्रिकेट का स्तर बढ़ा है, बल्कि खिलाड़ियों में प्रतिस्पर्धा की भावना भी जगी है।
भविष्य के संदर्भ में, भारतीय टीम के आगामी मुकाबले और भी चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं। चैम्पियंस ट्रॉफी के अगले संस्करणों में, भारत को शारजाह में होने वाले मैचों में अन्य टीमों के साथ प्रतिस्पर्धा करनी होगी, जहां बल्लेबाजी और गेंदबाजी का सामंजस्य बनाए रखना आवश्यक होगा। आगे बढ़ने के लिए, भारत को पिछले मैचों के अनुभवों से सीख लेकर, अपनी रणनीतियाँ विकसित करनी होंगी। इसके लिए प्रशिक्षकों और विश्लेषकों को संयोजित प्रयास करने की आवश्यकता है। निस्संदेह, भारतीय क्रिकेट के भविष्य में युवा खिलाड़ियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी, जो अपने अनुभव और उत्साह के साथ टीम को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।