उत्तराखंड में चार प्रमुख मंदिर और पर्यटन स्थलों में नए रोपवे के निर्माण का रास्ता साफ हो गया। उत्तरकाशी में रैथल बारसू,, वरुणावत पर्वत, रुद्रप्रयाग में कार्तिकेय स्वामी मंदिर और टिहरी में कुंजापुरी मंदिर रोपवे प्रोजेक्ट की उपयुक्तता जांच में विशेषज्ञों ने हरी झंडी दे दी है।
पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने हिन्दुस्तान से बातचीत में इसकी पुष्टि की। इन चारों प्रोजेक्ट पर पिछले काफी समय से काम किया जा रहा था। फिजीबिलिटी रिपोर्ट के सकारात्मक आने से इन प्रोजेक्ट पर आगे की कार्यवाही का रास्ता खुल गया है। इसके साथ ही केदारनाथ और हेमकुंड साहिब रोपवे प्रोजेक्ट के निर्माण एजेंसी के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
जल्द ही उन्हें फाइनल कर दिया जाएगा। दून से मसूरी तक रोपवे प्रोजेक्ट सितंबर 2026 से पर्यटकों के लिए शुरू हो जाएगा। पर्यटन सचिव ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत 26 टॉवर बनाए जाने हैं। यमुनोत्री रोपवे प्रोजेक्ट में बनने वाले नौ टॉवर में पांच टॉवर को दिसंबर अंत तक तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। पूर्णगिरी मंदिर के रोपपे की जांच भी जारी है। नैनीताल रोपवे प्रोजेक्ट के लिए लैंड ट्रांसफर की एनओसी मिल गई है।
आईपीएल 2024 में मुंबई के कप्तान हार्दिक पांड्या पर धीमी ओवर गति के कारण बीसीसीआई ने उन पर 30 लाख का जुर्माना और एक मैच का निलंबन लगाया था। आईपीएल ने बयान में बताया कि हार्दिक पर आईपीएल की आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में 30 लाख रुपये के जुर्माना के अलावा एक मैच का प्रतिबंध भी लगाया गया है।
मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या आईपीएल 2025 का पहला मुकाबला नहीं खेल पाएंगे। उन पर एक मैच का प्रतिबंध लगा है। बता दें कि, आईपीएल के 18वें सत्र की शुरुआत 22 मार्च से होगी। मुंबई अपने अभियान का आगाज 23 मार्च को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ मुकाबले से करेगी। इस मैच में स्टार ऑलराउंडर नहीं खेलेंगे। पिछले संस्करण में हुई गलती के कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने उन्हें सजा सुनाई है।
दरअसल, आईपीएल 2024 में मुंबई के कप्तान हार्दिक पांड्या पर धीमी ओवर गति के कारण बीसीसीआई ने उन पर 30 लाख का जुर्माना और एक मैच का निलंबन लगाया था। आईपीएल ने बयान में बताया कि हार्दिक पर आईपीएल की आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में 30 लाख रुपये के जुर्माना के अलावा एक मैच का प्रतिबंध भी लगाया गया है।
जब बोर्ड ने यह कार्रवाई की थी तब मुंबई का कोई मैच नहीं बचा था और टीम ग्रुप चरण में अपने सभी 14 मैच खेल चुकी थी, ऐसे में हार्दिक पर यह निलंबन अगले सीजन लागू होने की बात कही गई थी। अब वह 2025 सीजन का पहला मैच नहीं खेल सकेंगे। उस वक्त आईपीएल ने बयान में बताया था कि हार्दिक के अलावा प्लेइंग-11 में शामिल टीम के अन्य खिलाड़ियों पर 12 लाख रुपये या मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। यह जुर्माना इंपैक्ट प्लेयर पर भी लागू होगा।
आईपीएल 2024 सीजन से पहले मुंबई ने टीम में बड़ा बदलाव करते हुए हार्दिक पांड्या को गुजरात टाइटंस से ट्रेड कर टीम में शामिल किया था। हार्दिक लंबे समय तक मुबंई का हिस्सा रहे थे, लेकिन 2022 सीजन के लिए हुई बड़ी नीलामी से पहले मुंबई ने उन्हें रिलीज कर दिया था और हार्दिक को गुजरात ने अपना कप्तान बनाया। हार्दिक का गुजरात के साथ सफर काफी शानदार रहा और उन्होंने टीम को पहले ही सीजन विजेता बनाया, जबकि गुजरात पिछले सीजन उपविजेता रही। हालांकि आईपीएल 2024 से पहले ही हार्दिक ने गुजरात का साथ छोड़कर पुरानी फ्रेंचाइजी में लौटने का फैसला किया। हार्दिक को मुंबई ने रोहित की जगह कप्तान बनाया, लेकिन उनके नेतृत्व में मुंबई का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। मुंबई की टीम 14 मैचों में चार जीत और 10 हार के साथ आठ अंक लेकर सबसे नीचे 10वें नंबर पर रही।
विवादित बयान देने के बाद उत्तराखंड सरकार में मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. प्रेमचंद अग्रवाल राज्य सरकार में वित्त और संसदीय कार्य मंत्री थे. फरवरी महीने में विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विपक्षी विधायकों के साथ बहस में उन्होंने कहा था, ‘क्या यह राज्य पहाड़ियों के लिए बनाया गया है? इसके बाद उनके खिलाफ विरोध -प्रदर्शन शुरू हो गया था
विधानसभा सत्र के दौरान विवादित बयान देने के बाद उत्तराखंड सरकार में मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना पद छोड़ने से पहले कहा कि उनके खिलाफ माहौल बनाया गया. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वो भावुक भी हो गए.फरवरी महीने में विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विपक्षी विधायकों के साथ बहस में उन्होंने कहा था, ‘क्या यह राज्य पहाड़ियों के लिए बनाया गया है?” इस टिप्पणी से राज्य में आक्रोश फैल गया, और अलग-अलग संगठनों और राजनीतिक दलों ने उनके इस्तीफे की मांग की थी.
अगर आप कंटेंट क्रिएटर और फिल्म मेकइन के हुनर से नाम कामना चाहते हैं तो आपके लिए शानदार मौका आ गया है। जी हां उत्तराखंड की अनसुनी , अनदेखी डेस्टिनेशन हो या यहाँ की गीत संगीत नृत्य कला और संस्कृति से जुडे शार्ट फिल्मे आपने बनाई तो लखपति बन सकते है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरकाशी के हर्षिल में राज्य के पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के जो सुझाव दिए थे, उन पर धामी सरकार तेजी से काम कर रही है। उत्तराखंड फिल्म परिषद ने सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर्स के लिए एक विशेष प्रतियोगिता शुरू करने की योजना बनाई है, जहां विजेताओं को लाखों रुपये का इनाम मिलेगा।
प्रतियोगिता के तहत प्रतिभागियों को उत्तराखंड की विभिन्न थीम्स पर प्रमोशनल फिल्म बनानी होगी। जो फिल्म चयनित होगी, उसे सरकार द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।
इन थीम्स पर बनानी होगी फिल्म
उत्तराखंड की संस्कृति – लोकसंस्कृति, लोकनृत्य, लोकगीत और पारंपरिक विरासत होम स्टे पर्यटन – उत्तराखंड के अनूठे होम स्टे और स्थानीय आतिथ्य बारहमासी पर्यटन – हर मौसम में घूमने लायक पर्यटन स्थल पौराणिक मंदिर – देवभूमि के ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहर आयुष एवं वेलनेस – योग, आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र अनछुए पर्यटन स्थल – कम प्रसिद्ध लेकिन अद्भुत प्राकृतिक स्थान साहसिक पर्यटन – ट्रेकिंग, रिवर राफ्टिंग, बंजी जंपिंग जैसी रोमांचक गतिविधियाँ वेडिंग डेस्टिनेशन – उत्तराखंड को शादी और प्री-वेडिंग शूट के लिए प्रमोट करना
पांच लाख तक का इनाम, ऑनलाइन होगी एंट्री
▶ फिल्म की अवधि: 1 मिनट से लेकर अधिकतम 5 मिनट तक ▶ पुरस्कार राशि: हर श्रेणी में सर्वोत्तम फिल्म को 3 से 5 लाख रुपये तक का इनाम ▶ एंट्री प्रक्रिया: प्रतियोगिता के लिए ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाएंगे ▶ फिल्म अपलोडिंग: प्रतिभागी अपनी फिल्म को ऑनलाइन अपलोड कर सकेंगे और इसे अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रसारित करने का भी अधिकार होगा।
उत्तराखंड के अनछुए पर्यटन स्थलों को दिलाएं पहचान उत्तराखंड प्राकृतिक सुंदरता, धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक विरासत का अद्भुत संगम है। कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं, जो अभी तक लोगों की निगाहों में नहीं आए हैं। इस प्रतियोगिता के जरिए इन स्थानों को वैश्विक पहचान दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
उत्तराखण्ड फिल्म परिषद ने बनाई खास योजना
उत्तराखंड फिल्म परिषद जल्द ही इस योजना को लॉन्च करेगा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इसका स्वरूप तैयार कर लिया गया है। यह राज्य के पर्यटन और संस्कृति को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का महत्वपूर्ण कदम होगा।”—– बंशीधर तिवारी, सूचना महानिदेशक
रुड़की: दो दिन से लापता सिंचाई विभाग के कर्मचारी की लाश मिली है. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू की. मामला हरिद्वार जिले के रुड़की का है. मृतक का नाम अर्जुन उम्र 30 साल पुत्र मदन पाल है, जो सिंचाई परिकल्प संस्थान रुड़की में चौकीदार के पद पर कार्यरत था.बताया जा रहा है कि अर्जुन की बीते बुधवार रात दस बजे से सुबह छह बजे तक कार्यालय में ड्यूटी थी, लेकिन गुरुवार को ड्यूटी पूरी होने के बाद भी अर्जुन घर नहीं पहुंचा. उधर छुट्टी के कारण कार्यालय भी दो दिन से बंद था. इस दौरान परिजनों ने भी अर्जुन का इधर-उधर काफी ढूंढा लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा. वहीं शनिवार को जब कर्मचारी दफ्तर पहुंचे तो देखा कि अर्जुन का शव कार्यालय में ही सीढियों में लटका हुआ मिला हुआ मिला ।
मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने मामले की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दी. इसी के साथ अर्जुन के परिजनों और पुलिस को भी अर्जुन की मौत की सूचना दी गई. मौके पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया और पंचनामा भरने के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया.
पुलिस ने अर्जुन के परिजनों से भी पूछताछ की. उन्होंने पुलिस को बताया कि अर्जुन को शराब और जुए की तल थी, जिस कारण उस पर काफी कर्जा हो रखा था. वहीं अर्जुन की मौत कैसे हुई इसका अभीतक पता नहीं लग पाया है. क्योंकि सिंचाई विभाग कार्यालय में लगा सीसीटीवी कैमरा भी खराब हो रखा है. सिंचाई विभाग के अवर अभियंता का कहना है कि उन्होंने सीसीटीवी कैमरा होने की जानकारी उच्चाधिकारियों को लिखित में दे रखी है.
लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है, इसीलिए ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सका है.
नई टिहरी। टिहरी जिले के जौनपुर और चंबा ब्लाॅक क्षेत्र के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। पिछले पांच साल से निर्माणाधीन बनाली पंपिंग योजना का कार्य अब पूरा हो गया है। भले ही कार्यदायी संस्था पेयजल निगम चंबा ने ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति शुरू कर दी है, लेकिन कुछ गांवों में अब भी पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पा रही है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि लाइन में टेस्टिंग का कार्य चल रहा है।
जौनपुर और चंबा ब्लॉक क्षेत्र के 57 तोकों में पेयजल आपूर्ति करने के लिए वर्ष 2019-20 में बनाली पंपिंग योजना की मंजूरी मिली थी। लगभग 11 करोड़ की योजना से चंबा ब्लॉक के बागी, मठियाणगांव, पलास, नागणी, भाटूसैंण, बनाली, हटवालगांव, लामकंडे, मरोड़ा सहित 57 तोकों में निवासरत लोगों को पर्याप्त पानी उपलब्ध कराना था।
गर्मियों में लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ता है। क्योंकि इन क्षेत्रों में स्रोतों और हैंडपंपों का भी अभाव बना है। ग्रामीण पेयजल समस्या से निजात दिलाने के लिए वर्षों से सौंग नदी से बनाली के पंपिंग योजना के निर्माण की मांग कर रहे थे।
पांच साल बाद आखिरकार पेयजल निगम चंबा ने बनाली पंपिंग योजना का कार्य पूरा कर लिया है। गांवों में पानी की आपूर्ति भी शुरू कर दी है, लेकिन चंबा के मठियाणगांव और धनोल्टी के लामकंडे गांव में अब भी पर्याप्त पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। जिससे दोनों गांव में निवासरत लोगाें को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बनाली पंपिंग योजना बन चुकी है। मठियाणगांव में कुछ समय पहले लाइन बिछाने का कार्य पूरा है। वहां अभी पानी की टेस्टिंग का कार्य चल रहा है। लामकंडे गांव की समस्या संज्ञान में नहीं है। जल्द ही सभी गांवों में टेस्टिंग का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। गर्मियों में इस बार से बनाली पंपिंग योजना से जुड़े गांवों में पानी की पर्याप्त आपूर्ति होगी।
उत्तराखंड सरकार ने 15 मार्च 2025 को मनाई जाने वाली पर्वतीय होली के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। इस कारण कल सभी सरकारी कार्यालय और स्कूल बंद रहेंगे। पर्वतीय होली राज्य के पारंपरिक त्योहारों में से एक है, जिसे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
हालांकि, बैंक और आवश्यक सेवाएं सामान्य रूप से चालू रहेंगी। यदि आपको बैंकिंग कार्य निपटाने हैं, तो आप तय समय पर बैंक जाकर अपनी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
उत्तराखंड में होली का यह अनोखा रूप संगीत, पारंपरिक लोकगीतों और समूह नृत्य के साथ मनाया जाता है। पर्वतीय होली की खासियत इसकी बैठकी होली, खड़ी होली और महिला होली जैसी विविध परंपराएं हैं, जो राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में देखी जाती हैं।
✨ होली की शुभकामनाएं! अपने क्षेत्र में होने वाले इस रंगारंग उत्सव का आनंद लें और परंपराओं को जीवंत बनाए रखें! ✨
नई टिहरी में रंगों के महापर्व होली को बड़े ही हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया गया। शहर भर में रंगों की बौछार और अबीर-गुलाल से पूरा माहौल सराबोर हो गया। व्यापार मंडल, स्थानीय निवासियों और विभिन्न संगठनों ने मिलकर इस त्योहार को उत्सवी माहौल में मनाया।
व्यापारियों और व्यापार मंडल की अनूठी होली
नई टिहरी के व्यापार मंडल और स्थानीय व्यापारियों ने होली के उपलक्ष्य में विशेष आयोजन किए। बाजारों को सजाया गया, और कई स्थानों पर रंगों की होली खेली गई। व्यापारियों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर बधाइयाँ दीं और मिठाइयों का आदान-प्रदान किया। इस मौके पर व्यापार मंडल के अध्यक्ष भगवान सिंह रावत ने सभी व्यापारियों और शहरवासियों को होली की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि होली भाईचारे और प्रेम का पर्व है, जिसे हमें मिलजुलकर सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाना चाहिए।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बढ़ाई शोभा
होली के अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। कई स्थानों पर होली मिलन समारोह आयोजित किए गए, जिसमें लोगों ने पारंपरिक होली गीतों पर नृत्य किया और एक-दूसरे को रंग लगाया। बच्चों और युवाओं में खासा उत्साह देखा गया, जिन्होंने पूरे दिन एक-दूसरे को रंगों में सराबोर किया।
शांति और सौहार्द का संदेश
होली के अवसर पर स्थानीय प्रशासन द्वारा भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, ताकि त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके। पुलिस और प्रशासन ने सभी को सौहार्द और शांति से त्योहार मनाने की अपील की। व्यापार मंडल के अध्यक्ष भगवान सिंह रावत ने भी सभी व्यापारियों से अपील की कि वे होली को प्रेम और सद्भाव के साथ मनाएँ और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।
नवयुवकों और पर्यटकों में दिखा खास उत्साह
नई टिहरी में होली का उत्सव देखने के लिए कई पर्यटक भी पहुंचे। उन्होंने झील के किनारे और आसपास के क्षेत्रों में होली का आनंद लिया। नवयुवकों ने ढोल-नगाड़ों की थाप पर झूमकर रंगोत्सव का आनंद उठाया।
समापन
नई टिहरी में इस बार होली का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास और उल्लास के साथ मनाया गया। रंगों की इस मस्ती में हर वर्ग के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और प्रेम, भाईचारे और सौहार्द का संदेश दिया। व्यापार मंडल अध्यक्ष भगवान सिंह रावत ने सभी को धन्यवाद देते हुए आशा जताई कि आगे भी इसी तरह मिल-जुलकर त्योहार मनाए जाएंगे।
उत्तराखण्ड चतुर्थ वर्गीय राज्य कर्मचारी महासंघ का दो दिवसीय अधिवेशन हुआ शुरू
उत्तराखण्ड चतुर्थ वर्गीय राज्य कर्मचारी महासंघ के जनपद टिहरी गढ़वाल का दो दिवसीय अधिवेशन विकास भवन के नजदीक इन्ट्रीगेटेड सेंटर सभागार में शुरू हुआ।
बतौर मुख्य अतिथि जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल मयूर दीक्षित ने दीप प्रज्वलित्त कर अधिवेशन के सफलता पूर्वक सम्पन्न होने की शुभकामनाए उपस्थित कार्मिकों को दी।
इस अवसर पर चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों के पद्वाधिकारियों द्वारा जिलाधिकारी का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया।
अपने संबोधन में जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक कार्मिक के तौर पर अन्य के लिए अनुकरणीय बन सके।
इस अवसर पर चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों के पद्वाधिकारियों द्वारा जिलाधिकारी को 11 सूत्री मांग पत्र प्रेषित किया।
विकासखण्ड कीर्तिनगर को रोजमेरी व डेंडिलियन के प्लांट लगाने, विकास खण्ड चम्बा को फूलों की खेती करने, प्रतापनगर और थौलधार को कीवी की खेती को बढ़ाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कल देर सांय कलेक्टेªट सभागार में ग्रामीण उद्यम त्वरण परियोजना की बैठक ली, जिसमें विभिन्न विकासखण्ड़ों के उद्यमी, असिस्टेंट मैनेजर, वित विभाग, सेल्स एंड मार्केटिंग, जिला प्रोग्राम मैनेजर एवं खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी खण्ड विकास अधिकारियों एवं पीडी डीआरडीए को प्रत्येक विकासखण्ड से दो-दो उत्पादों के क्षेत्रों को और विकसित करने के निर्देश दिये। विकासखण्ड कीर्तिनगर को रोजमेरी व डेंडिलियन के प्लांट लगाने, विकास खण्ड चम्बा को फूलों की खेती करने, प्रतापनगर और थौलधार को कीवी की खेती को बढ़ाने के निर्देश दिए।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि फार्म और नॉन फार्म के अन्तर्गत समूहों की गतिविधियों को विकसित कर उद्यमी महिलाओं की आय में वृद्वी करे और जिस प्रकार उत्पादों की गुणवत्ता रखी जाती उसी प्रकार पैकिंग की गुणवत्ता पर भी ध्यान रखने की जरूरत है।
जिलाधिकारी द्वारा जौनपुर बीडीओ को पनीर वैली की वैल्यू-चैन विकसित करने हेतु भंडार सुरक्षा, परिवहन आदि की रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया।
बैठक में पीडी डीआरडीए पीएस चौहान, खण्ड विकास अधिकारी चम्बा शाकिब हुसैन, नरेन्द्रनगर श्रुति वत्स, कीर्तिनगर सुमनलता, जौनपुर अर्जुन सिंह, सहित अन्य खण्ड विकास अधिकारी व विभिन्न समूह के सदस्य एवं रीप परियोजना के कार्मिक उपस्थित थे।