टिहरी पुलिस की बड़ी सफलता, 5.60 लाख की ऑनलाइन ठगी करने वाला शातिर गिरफ्तार
टिहरी पुलिस ने साइबर ठगों के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए सुरक्षित बंसल नामक ठग को लखनऊ, उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है। यह अपराधी कस्टम अधिकारी बनकर लोगों से ठगी करता था और ऑनलाइन माध्यम से लाखों की रकम ऐंठ चुका था।
मामला तब सामने आया जब त्रिप्ति डंजी, निवासी ब्रह्मपुरी, मुनिकीरेती, टिहरी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि एक अज्ञात व्यक्ति ने खुद को कस्टम अधिकारी बताकर उनसे ₹5.60 लाख की ठगी कर ली। इस शिकायत के आधार पर थाना मुनिकीरेती में मुकदमा संख्या 12/2025 पंजीकृत किया गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, टिहरी ने तत्काल साइबर पुलिस को जांच सौंपते हुए एक विशेष टीम का गठन किया।
तकनीकी जांच और आरोपियों का पता
साइबर पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेजों और बैंक ट्रांजेक्शन का विश्लेषण कर ठग का सुराग निकाला। जांच में पता चला कि ठगी की गई रकम सुरक्षित बंसल के बैंक खाते में जमा की गई थी।
पुलिस को यह भी पता चला कि सुरक्षित बंसल का नाम अन्य 19 से अधिक साइबर धोखाधड़ी की शिकायतों में शामिल है। इतना ही नहीं, सितंबर महीने में इसके बैंक खाते से ₹1.93 करोड़ से अधिक का लेन-देन हुआ, जिससे यह साफ हो गया कि वह ठगी से मिली रकम को अन्य खातों में ट्रांसफर कर और शेयर बाजार में निवेश कर रहा था।
गिरफ्तारी और बरामदगी
19 मार्च 2025 को साइबर पुलिस टीम ने लखनऊ के चंद्रशेखर आज़ाद सिंह चौराहे पर दबिश देकर सुरक्षित बंसल को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से
✔ 1 मोबाइल फोन
✔ 2 सिम कार्ड बरामद किए गए।
पुलिस जल्द ही इस गिरोह के अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार करने की तैयारी में है।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस कार्रवाई में साइबर पुलिस शाखा के SI कुलवंत जलाल, कानि. मयंक बलुनी और कानि. संतोष कुमार की अहम भूमिका रही।
आम जनता के लिए सतर्कता संदेश
साइबर पुलिस ने लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है और कहा है कि किसी भी संदिग्ध कॉल, ईमेल या मैसेज के जरिए मांगी गई जानकारी को साझा न करें। ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए हमेशा ऑथेंटिक वेबसाइट और नंबरों की पुष्टि करें।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने कहा साइबर अपराधियों पर हमारी पैनी नजर बनी हुई है। बीते छह महीनों में हमारी टीम ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और आगे भी ऐसे अपराधियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।